नवरात्रि की सप्तमी पर कानपुर के बिरहाना रोड स्थित माता वैभव लक्ष्मी मंदिर में माता का खजाना बांटे जाने की परंपरा बहुत पुरानी है। माता के आशीर्वाद के रूप में खजाना पाने के लिए यहां सप्तमी पर भक्तों की भारी भीड़ जुटती है। लोगों खासकर महिलाओं में खजाना पहले पाने की होड़ मची रहती है। इसके लिए भक्तों की लंबी लाइन लगती है। शुक्रवार को भी यहां सैकड़ों भक्तों के बीच माता के खजाने के रूप में एक, दो, पांच और दस रुपये के सिक्के बांटे गए।
सप्तमी पर बंटता है खजाना, लोग रखते हैं तिजारियों में
कानपुर के वैभव लक्ष्मी मंदिर में माता के आशीर्वाद के रूप में हर नवरात्र की सप्तमी पर खजाना बांटा जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर से जिसको भी माता के खजाने का आशीर्वाद मिलता है, उसके घर धन-धान्य की कभी कमी नहीं रहती है। लोग इस खजाने को अपने घर की तिजोरियों में इस विश्वास के साथ रखते हैं कि अब साल भर उनकी तिजोरी खाली नहीं होगी।
खजाने के लिए आसपास जिलों के भक्त भी आते हैं
माता का खजाने पाने के लिए कानपुर ही नहीं आसपास जिलों के भक्त भी यहां आते हैं। शुक्रवार को माता वैभव लक्ष्मी के मंदिर में खजाने के लिए भीड़ टूट पड़ी। बिरहाना रोड के इस मंदिर में आज हजारों की संख्या में महिलाओं ने लाइन लगाकर माता का खजाना लिया।
1894 मैं हुई थी इस मंदिर की स्थापना
माता वैभव लक्ष्मी मंदिर की स्थापना 1894 मैं हुई थी। तब से अभी तक माता के मंदिर से भक्तों को किसी न किसी रूप में आशीर्वाद मिल रहा है। वैसे तो यहां रोज ही दर्शनार्थियों की भीड़ रहती है, पर साल के दोनों नवरात्रि पर यहां मेले जैसा माहौल रहता है।