बिल्हौर थानाक्षेत्र के रहीमपुर करीमपुर गांव में रिश्तेदार बता घर में घुसे बदमाशों ने तमंचा लगाकर महिलाओं को बंधक बना लाखों के जेवरात और नकदी लूट कांड का मंगलवार को पुलिस ने खुलासा कर घटना में एक युवती समेत छः बदमाशों को गिरफ्तार किया। घर में घुसकर की गई लूट की इस घटना को महिला के भतीजे ने ही अपने साथियों से अंजाम दिलाया था। पुलिस ने बदमाशों के पास से लूट का सामान व तमंचे के साथ ही घटना में इस्तेमाल की गई गाड़ी भी बरामद की।
रिश्तेदार बनकर पहुंची महिला ने साथियों संग की थी लूट
बिल्हौर कोतवाली क्षेत्र के रहीमपुर करीमपुर गांव निवासी सोनम कटियार के पति विपिन कुमार कटियार का 12 वर्ष पहले निधन हो चुका है। वह हाईस्कूल की छात्रा बेटी पलक कटियार और सास श्यामकली के साथ गांव में रहती हैं। जेठ राजेश कटियार व ऋषिकांत कटियार परिवार के साथ लखनऊ में रह कर कारोबार करते है। बीते 05 मई की रात 9:45 बजे सोनम खाना खाकर सोने की तैयारी कर रही थीं। मुख्य द्वार पर एक महिला ने बेटी पलक का नाम लेकर पुकारा। उन्होंने खिड़की खोलकर देखा तो महिला व उसके साथ एक युवक था। पहचान न पाने पर महिला ने रिश्तेदार बताते हुए कानपुर से दादी से मिलने आने को कहा। उन्होंने दरवाजा खोला तो महिला और युवक घर के अंदर आ गए। महिला ने नाटकीय ढंग से सास श्यामकली के पैर छुए और बेटी पलक से पानी मांगा। हालांकि पहचानने से इंकार पर उसके साथी युवक ने तमंचा निकाल चुप रहने के लिए धमकाया। इस दौरान बाहर से लुटेरों के तीन अन्य साथी अंदर घुस आए। आरोपियों ने बुजुर्ग सास को एक कमरे में और बेटी व सोनम को दूसरे कमरे में दुपट्टे व चादर के सहारे बांधकर डाल दिया। लुटेरों ने बेटी को धमकाते हुए अलमारी व बक्से की चाबी ली और जेवर, नकदी व मोबाइल लूट लिया। इसके बाद बाहर से गेट बंदकर वे फरार हो गए। जाते समय लुटेरों ने पुलिस से शिकायत पर पलक को जान से मरवाने की धमकी दी। घटना के बाद किसी तरह एक दूसरे का बंधन खोलकर दूसरे द्वार से बाहर निकलीं मां–बेटी ने पड़ोसियों के साथ पुलिस को मामले की सूचना दी।
एसीपी बिल्हौर का अनुभव आया काम, लुटेरों तक पहुंची पुलिस
मौके पर पहुंचे एसीपी अमरनाथ यादव, इंस्पेक्टर अशोक कुमार सरोज ने जांच पड़ताल की और फारेंसिक टीम की मदद से साक्ष्य एकत्र कराए। दोपहर में पहुंचे डीसीपी व एडीसीपी विजयेंद्र द्विवेदी ने परिजनों से पूछताछ की। घटना को लेकर डकैती की धारा में रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन शुरू की। पूछतांछ के दौरान एसीपी बिल्हौर अमरनाथ यादव का अनुभव काम आया उन्होंने सीसीफुटेज से लुटेरों द्वारा इस्तेमाल की गई गाड़ी का नंबर पता लगवाया और इसके बाद पीड़ित महिला के रिश्ते में लगने वाले भतीजे तक पहुंचने का रास्ता साफ हुआ। मामले की गंभीरता को देखते हुए आला अफसरों के निर्देशन में सर्विलांस समेत टीम टीमों का गठन किया गया।
बुलंदशहर व इटावा के लुटेरे, भतीजा रहता दिल्ली में
मंगलवार को मामले के प्रकाश में आये चिरौली थाना रामघाट जनपद बुलन्दशहर के राजा उर्फ यशपाल पुत्र राजू यादव उर्फ हरेन्द्र सिंह, नंग्ला लन्ही थाना जसवंत नगर जनपद इटावा के अंकुर उर्फ प्रवीण पुत्र हमवीर सिंह, बागी नग्ला थाना रामघाट जनपद बुलन्दशहर के रिंकू यादव उर्फ चीता पुत्र रामखिलाड़ी, नंग्ला खग्गू थाना गंगीरी जनपद अलीगढ़ के राजू यादव उर्फ रविन्द्र सिंह पुत्र हरिसिंह, पुरैनी इस्माइलपुर थाना छर्रा जनपद अलीगढ़ की गिरिजा उर्फ गुनगुन चौधरी पुत्री सुनील कुमार और रहीमपुर करीमपुर थाना बिल्हौर के पीयूष कटियार पुत्र रमेश उर्फ राकेश को बिल्हौर से अलीगढ़ कानपुर हाइवे पर लालपुर अन्डरपास से गिरफ्तार किया गया। उनके पास लूटे हुए माल के साथ घटना में प्रयुक्त तमंचा, कारतूस, चाकू, मारुति स्विफ्ट कार बरामद की गई। आरोपियों पर विभिन्न थाना क्षेत्रों में कई आपराधिक मामले दर्ज है।