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मूर्ति की आंख से टपकता पानी और मंदिर पर लगी दर्शनार्थियों की भीड़। Photograph: (कानपुर वाईबीएन)
कानपुर, वाईबीएन संवाददाता
इसे अंधविश्वास कहें या लोगों की आस्था, देवी देवताओं से जुड़ी कोई भी बात सुनते ही बस दौड़ पड़ते हैं और शुरू हो जाता है चमत्कार को नमस्कार, बिना ये जाने समझे कि जो चमत्कार दिख रहा है, उसके पीछे कोई वैज्ञानिक कारण भी हो सकता है। ऐसी ही एक दिलचस्प घटना शनिवार को चकेरी के अहिरवां इलाके में हुई।
मूर्ति की आंख से पानी टपका, हल्ला मचा- रो रहे हैं भगवान
चकेरी के अहिरवां गांव के समीप एक मंदिर है। यहां स्थापित भगवान हनुमान की मूर्ति की आंख से पानी की बूंदे टपकीं तो हल्ला मच गया कि भगवान रो रहे हैं। देखते देखते यहां लोगों की भीड़ जुट गई और शुरू हो गईं जितने मुंह उतनी बातें। कोई इसे चमत्कार तो कोई इसको भगवान का कोई गहरा संकेत बता रहा था।
लगा रहा देखने वालों का तांता
चकेरी के अहिरवा गांव के पास आकाशगंगा कॉलोनी के समीप ब्रह्म देव मंदिर में भगवान हनुमान जी की मूर्ति स्थापित है। शनिवार को दिन भर लोगों का तांता लगा रहा। लोग मूर्ति की आंख से आंसू बहने की बात कहकर तरह तरह के कयास लगाते रहे। लोग शोर मचाते हुए मंदिर की ओर दौड़ रहे थे कि चमत्कार हो गया है। पवनसुत की आंखों से आंसू निकल रहे हैं। उनकी बात सुनते ही अन्य लोग भी उनके साथ होते रहे।
मंदिर में दर्शनार्थियों की कतार, जितने मुंह उतनी बात
मंदिर में लोगों की कतार लगने लगी। वहां पहुंचे लोगों में जितने मुंह उतनी तरह की बातें होती रहीं। इस बीच कुछ लोगों ने प्रतिमा की आंख से टपक रहा पानी पोंछा लेकिन कुछ देर बाद फिर पानी टपकने लगा। इस पर कुछ लोगों का कहना था कि आज हनुमान जयंती है। प्रभु अपने आसुंओं के जरिये कुछ संकेत दे रहे हैं। इसे समझने की जरूरत है। आश्चर्यजनक यह भी है कि भीड़ में किसी ने इस पहलू के वैज्ञानिक तथ्य पर बात नहीं की।