कानपुर में मंदिर परिसर से मोबाइल लूटने वाले गैंग के तीन शातिरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को इनके पास से लूटे गए सात मोबाइल और 1500 रुपये मिले। पकड़े गए लुटेरों के खिलाफ कई थानों में कई गंभीर धाराओं में मुकदमे पंजीकृत हैं। तीनों बदमाशों को जेल भेज दिया गया है।
बारादेवी मंदिर में हुईं थीं मोबाइल चोरी और लुट की कई घटनाएं
नवरात्रि के दिनों में कानपुर के विख्यात बारह देवी मंदिर प्रांगण में विशाल मेला लगता है। इसमें हजारों की संख्या में भक्त आते हैं और मां के दर्शन करते हैं। भीड़ का फायदा उठाकर यहां पर मोबाइल लुटेरों का गैंग सक्रिय था। लगातार मोबाइल लूट और चोरी की कई घटनाएं हुईं। मुकदमे भी दर्ज हुए। पुलिस लगातार गैंग तक पहुंचने के प्रयास कर रही थी। मामले को डीसीपी साउथ, एडीसीपी साउथ खुद मॉनिटर कर रहे थे।
पुलिस ने सुराग लगाकर धर दबोचे तीन शातिर
मोबाइल लूट और चोरी के मामलों में किदवई नगर में दो, नौबस्ता में एक मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद डीसीपी साउथ और एडीसीपी साउथ ने टीम गठित कर लुटेरों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया। मंगलवार को किदवई नगर थानाप्रभारी धर्मेंद्र कुमार राम ने सर्विलांस की मदद से पुलिस टीम के साथ बारह देवी मंदिर के पास से तीन लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया।
इन लुटेरों के खिलाफ पहले से दर्ज हैं मुकदमे
पकड़े गए शातिर लुटेरों की पहचान नौबस्ता निवासी इरशाद, बाबूपुरवा निवासी दानिश और किदवई नगर निवासी सचिन के रूप में हुई है। पुलिसिया पूछताछ में पता चला है कि तीनों शातिर लुटेरे हैं और इनके खिलाफ पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से इरशाद के खिलाफ एनडीपीएस समेत चार मुकदमे, दानिश के खिलाफ आबकारी एक्ट समेत सात मुकदमे और सचिन के खिलाफ गंभीर धाराओं में छह मुकदमे अलग अलग थानों में दर्ज हैं।
लुटेरों के खिलाफ होगी गैंगस्टर की कार्रवाई
डीसीपी साउथ दीपेंद्र नाथ ने बताया आरोपी बेहद शातिर हैं। इनके खिलाफ पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं। पकड़े गए लुटेरों को जेल भेजा गया है। इनके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई भी की जाएगी।