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दीनू पर दो और मुकदमें, एक मुकदमें में अरिदमन सिंह व उसके ससुराली भी नामजद

पिंटू सेंगर हत्याकांड में जेल गए अधिवक्ता दीनू उपाध्याय के खिलाफ अब कई लोग खुलकर सामने आ रहे हैं। ये वही लोग हैं जो पहले उनके प्रभाव के कारण चुप थे।

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Akhilesh Shukla
पुलिस कस्टडी में दीनू उपाध्याय

पुलिस कस्टडी में दीनू उपाध्याय Photograph: (कानपुर वाईबीएन)

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कानपुर, वाईबीएन संवाददाता 

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पिंटू सेंगर हत्याकांड में जेल भेजे गये अधिवक्ता दीनू उपाध्याय के खिलाफ शिकायत करने वाले सामने आने लगे हैं। कभी दीनू की मजबूत पकड़ के कारण पीड़ित होने के बाद भी चुप रहे दो लोगों की तहरीर पर पुलिस ने शुक्रवार को दीनू उपाध्याय के खिलाफ दो मुकदमें दर्ज किये एक नौबस्ता थाने में लिखा गया तो दूसरा हरबंश मोहाल थाने में। नौबस्ता थाने में दर्ज किये गये मुकदमें में दीनू को सरगना बताते हुए इसमें पिंटू सेंगर हत्याकांड में साथ ही नामजद रहे अधिवक्ता अरिदमन सिंह व उसकी ससुराल के लोगों तथा अधिवक्ता नारायण सिंह भदौरिया को भी आरोपित बनाया गया है। हरबंश मोहाल थाने में दर्ज किये गये मुकदमें में दीनू के साथ-साथ उसके साथी दो सगे भाइयों का नाम सामने आया है। 

ससुर और सालों के साथ अरिदमन भी फंसा 

दीनू और उसके साथियों के खिलाफ शुक्रवार को पहला मुकदमा दर्ज हुआ नौबस्ता थाने में। यशोदा नगर के बूढ़पुर मछरिया इलाके में सरकारी जमीन कब्जा करने और कुछेक विवादित जमीनों पर गुंडई की बदौलत कब्जा करने के जुर्म में 11 नामजद लोगों के साथ कुछेक अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज हुई है। तहरीर के मुताबिक, बॉर एसोसिएशन के पूर्व मंत्री अरिदमन सिंह ने अपने ससुर और चचिया ससुर – रामप्रताप सिंह, तारा सिंह, भानुप्रताप सिंह, शेरा सिंह तथा चचेरे सालों – गोपाल सिंह और राहुल सिंह के साथ मिलकर कानपुर विकास प्राधिकरण के स्वामित्व वाली जमीन आराजी संख्या 1113 पर कब्जा करलिया है। इस मामले में दीनू उपाध्याय और और नारायण सिंह भदौरिया भी शामिल हैं। 

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मुकदमें में दीनू कब्जा करने वाले गिरोह का सरगना

पुलिस ने तहरीर के आधार पर 11 नामजद में दीनू उपाध्याय को गिरोह का सरगना बताया है। आरोप है कि, सरकारी जमीन पर कब्जा का विरोध करने पर गिरोह ने एक जून-2024 मे एक व्यक्ति का अपहरण करने का प्रयास किया था। गौरतलब है कि अरिदमन के ससुरालियों द्वारा बेचा गया एक प्लाट सरकारी आराजी पर होने के कारण सील किया गया था, जबकि रामप्रताप सिंह के विरुद्ध 107/116 की कार्रवाई हुई थी। इसके अलावा जुलाई 2024 में भूमाफिया परिवार के जरिए फर्जी कागजात से सरकारी जमीन की बिक्री के बाद कई रजिस्ट्रियों के दाखिल-खारिज सदर तहसीलदार ने निरस्त भी किये हैं। नौबस्ता थाने में दर्ज मुकदमे में अरिदमन के ससुरालियों – रामप्रताप सिंह, भानुप्रताप सिंह, शेरा सिंह, तारा सिंह, गोपाल सिंह, अधिवक्ता राहुल सिंह, सपा नेता अजमेरी सिद्दीकी, नारायण सिंह भदौरिया, अरिदमन सिंह और सरगना दीनू उपाध्याय नामजद हैं।

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