प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को शहर में थे। उन्हें देखने सुनने के लिए हजारों की भीड़ पहुंची। इस समय तक मौसम में कोई हलचल नहीं थी, पर उनके निकलते ही मौसम ने एकदम से पलटी मारी। सभा के बाद शाम लगभग 4 बजे सुरक्षा घेरे से बाहर आए लोगों को तेज आंधी पानी ने आ घेरा। धूल भरी आंधी के कारण लोगों को दिन में भी वाहनों की लाइट जलाकर चलना पड़ा। तेज आंधी में कई जगह बड़े- बड़े दरख्त भी धराशायी हुए। इससे यातायात बाधित हुआ।
दिन में ही छा गया अंधेरा
कानपुर और आसपास के इलाकों में शाम 4 बजे के आसपास पहले हल्की बारिश हुई। फिर तेज आंधी चलने लगी। धूल भरी आंधी इतनी तेज थी कि दिन में ही अंधेरा छा गया। सड़कों पर चल रहे लोगों में खलबली मच गई। डरे सहमे लोग सुरक्षित स्थान खोजने लगे। जिसको जहां जगह मिली, वो वहीं ठहर गया। इस दौरान चौपहिया सड़कों पर रेंगते नजर आए। आगे कुछ नजर नहीं आ रहा था। इस कारण लोगों ने अपने वाहनों की हेडलाइट जला ली। आधे पौन घंटे बाद आंधी का प्रकोप कुछ कम हुआ तो लोगों ने राहत की सांस ली।
कई जगह उखड़े पेड़, बाधित हुआ यातायात
तेज आंधी के कारण राहगीरों को काफी दिक्कत हुई। लोगों को अपने वाहन रोकने पड़े। इस दौरान कई जगह पड़े टूटकर सड़कों पर आ गिरे। पेड़ों के धराशायी होने से फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। कल्याणपुर शिवली रोड पर कई जगह पेड़ गिरे। इससे यातायात बाधित हो गया। इस दौरान कल्याणपुर में ही खड़ी बाइक पर पेड़ आ गिरा। गनीमत रही कि उस दौरान बाइक सवार वहां नहीं थे। इससे कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
कल्याणपुर रेलवे स्टेशन उखड़ी पीपल का पुराना दरख्त
कल्याणपुर रेलवे स्टेशन पर बहुत पुराना पीपल का दरख्त खड़ा था, जो तेज आंधी तूफान में धराशायी हो गया। इससे एक दीवार क्षतिग्रस्त हुई। रेलवे लाइन पर मेट्रो पिलर नंबर 25 के सामने गिरे पेड़ की कुछ डालियां पटरी तक आ गईं। घटना में किसी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई है। क्षेत्रीय लोग पेड़ हटाने का प्रयास करते रहे।