भीषण गर्मी ने रेलवे के गंगापुल की अप रेल लाइन पर चल रहे काम की रफ्तार धीमी कर दी है। मारे गर्मी के मजदूर बेहाल हैं और अधिकारी समय से काम पूरा करने का दबाव बना रहे हैं। हालत यह है कि रोज 50 से 55 चैनल स्लीपर डाले जाने का लक्ष्य है लेकिन तीस से चालीस चैनल स्लीपर ही पड़ पा रहे हैं।
20 मार्च से चल रहा है गंगापुल पर काम
रेलवे के गंगापुल की अप रेल लाइन पर कानपुर छोर से एचबीम टाइप चैनल स्लीपर डाले जाने का कार्य 20 मार्च से हो रहा है। अभी तक 881 चैनल स्लीपर डाले जा चुके हैं। रेलवे को 42 दिनों में काम खत्म करना है। अब समय कम है तथा चैनल स्लीपर और डाले जाने हैं लेकिन गर्मी के कारण कार्य की रफ्तार धीमी हो रही है।
मजदूर बोले, ऐसी भीषण गर्मी में कैसे हो तेजी से काम
निर्माण कार्य के चलते एक सैकड़ा से अधिक ट्रेनों का आवागमन बंद है। इसकी वजह से यात्रियों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। सोमवार को काम तेजी से हुआ। सुबह आठ से शाम पांच बजे तक 42 चैनल स्लीपर डाले गए, जबकि शनिवार को 41,रविवार को 30 चैनल स्लीपर डाले गए थे। बीते दिनों रेलवे अधिकारियों ने रोजाना 50 से 55 चैनल स्लीपर डाले जाने के निर्देश दिए थे। मजदूरों का कहना है कि गर्मी अधिक बढ़ती जा रही है। पीने और खाने को लेकर दिक्कतें हो रही हैं। स्थानीय अधिकारियों को कई बार अवगत कराया गया, लेकिन दिक्कतें जस की तस है। यदि शिकायत करने की बात कही जाती है तो कार्य से बाहर निकाल दिए जाने के लिए कहा जाता है।
समय पर पूरा होगा टारगेट
सीनियर सेक्टर ब्रिज के इंजीनियर एन एस मीणा ने बताया कि टारगेट को समय पर ही पूरा किया जाएगा और जब तक काम पूरा नहीं होता तब तक हम सभी एकजुट होकर दिन-रात मेहनत करके इस कार्य को पूरा करेंगे, ताकि ट्रेनों के आवागमन की व्यवस्था सुचारू रूप से हो सके।