Advertisment

सर्दियों में एक स्वस्थ शरीर के लिए व्यायाम, अच्छा आहार और पैदल चलना बहुत जरूरी

सर्दियों में पैदल चलना शरीर के लिए एक बड़ा वरदान है, क्योंकि यह आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और कैलोरी बर्न करने में मदद करता है। ठंड के कारण शरीर को गर्म रखने के लिए अधिक ऊर्जा खर्च करनी पड़ती है, जिससे वजन नियंत्रण में रहता है।

author-image
YBN News
morningwalk

morningwalk Photograph: (ians)

नई दिल्ली। सर्दियों में पैदल चलना शरीर के लिए एक बड़ा वरदान है, क्योंकि यह आपके इम्यून सिस्टमको मजबूत करता है और कैलोरी बर्न करने में मदद करता है। ठंड के कारण शरीर को गर्म रखने के लिए अधिक ऊर्जा खर्च करनी पड़ती है, जिससे वजन नियंत्रण में रहता है।

आज की जीवनशैली

आज की जीवनशैली मशीनों पर निर्भर हो रही है। कंप्यूटर और गैजेट के सहारे लोग कुर्सी या बिस्तर से हिलते नहीं हैं और शारीरिक गतिविधियां कम हो गई हैं। शारीरिक गतिविधियां कम होने से शरीर बीमारियों का घर बनता जा रहा है, इसलिए एक स्वस्थ शरीर के लिए व्यायाम, अच्छा आहार और पैदल चलना बहुत जरूरी है। आज हम आपको पैदल चलने से शरीर को होने वाले लाभ के बारे में बताएंगे, जो किसी सप्लीमेंट की तुलना में तेजी से काम करता है।

वॉक करने का सही समय

ठंड के मौसम में, बहुत जल्दी सुबह या अंधेरे में वॉक करने से बचना चाहिए, क्योंकि इस समय प्रदूषण का स्तर हाई होता है और ठंडी हवाएं स्वास्थ्य बिगाड़ सकती हैं। सबसे सही समय सुबह 8:00 से 9:30 बजे के बीच, जब हल्की धूप निकल आती है। इससे शरीर को आवश्यक विटामिन डी भी मिलता है। शाम का विकल्प -अगर सुबह संभव न हो, तो शाम को 4:30 से 6:00 बजे के बीच वॉक करना भी सेहत के लिए फायदेमंद है। यह नियमित आदत आपको हृदय रोग, मधुमेह और अवसाद से बचा सकती है।

पैदल चलनाशरीर के लिए औषधि

आयुर्वेदिक में पैदल चलने को वात से जोड़ा गया है। पैदल चलने से शरीर में वात दोष संतुलित रहता है। सर्दियों में बदलते मौसम की वजह से वात और कफ दोनों बढ़ जाते हैं, ऐसे में पैदल चलना शीत ऋतु में जरूरी माना गया है। पैदल चलने से हृदय और पाचन शक्ति मजबूत होती है, नींद में सुधार आता है, और शरीर में ऊर्जा प्रवाह सुधरता है। इसलिए खाने के बाद हमेशा 500 कदम रखने की सलाह दी जाती है। हालांकि सिर्फ खाने के बाद ही चलना उपयोगी नहीं होता है। दिन के तीन पहर पैदल चलना शरीर के लिए औषधि की तरह काम करता है।

Advertisment

सुबह की सैर

सुबह की सैर शरीर के लिए ऊर्जा का स्रोत होती है। सुबह के समय तेजी से चलने से शरीर को ज्यादा ऑक्सीजन मिलती है, मेटाबॉलिज्म तेज होता है, और तनाव कम होता है। सुबह की सैर के लिए कम से कम 30 मिनट तक तेजी से चलें और हाथों को फैलाकर गहरी सांस भी लें। दोपहर के वक्त खाना खाने के बाद भी वॉक करना जरूरी होता है। खाना खाने के बाद लोग आलस की वजह से बिस्तर पर लेट जाते हैं, लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। इससे मोटापा तेजी से बढ़ता है। खाना खाने के बाद 20 मिनट बाद वॉक करना लाभकारी होगा। इससे गैस बनने की परेशानी नहीं होगी, पेट का पाचन भी दुरुस्त होगा, ब्लड शुगर नियंत्रित रहेगा, और नींद में भी सुधार होगा।

हल्के कदमों से वॉक

रात को खाना खाने के बाद हल्की सैर लेना भी जरूरी होता है, लेकिन ध्यान रखने वाली बात ये है कि रात के समय तेजी से नहीं चलना चाहिए। इससे शरीर एक्टिवेट हो जाता है और मस्तिष्क नींद लाने वाले हार्मोन नहीं बना पाता है, इसलिए हल्के कदमों से वॉक करें। इससे पाचन सही रहेगा और खाना पूरे शरीर को पोषित करेगा।

(इनपुट-आईएएनएस)

Disclaimer: इस लेख में प्रदान की गई जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। इसे किसी भी रूप में व्यावसायिक चिकित्सकीय परामर्श के विकल्प के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। कोई भी नई स्वास्थ्य-संबंधी गतिविधि, व्यायाम, शुरू करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लें।"

Advertisment
Advertisment
Advertisment