लखनऊ वाईबीएन संवाददाता। उत्तर प्रदेश ने वोडाफोन आइडिया कंपनी के अधिकारियों से सांठगांठ कर फर्जी तरीके से सिमकार्ड उपलब्ध कराने वाले एक संगठित साइबर क्राइम गिरोह के सरगना समेत छह सदस्यों को राजापुर, चित्रकूट से गिरफ्तार किया है। ये गिरोह डिजिटल अरेस्ट, स्टॉक मार्केट, पार्सल स्कैम जैसे साइबर अपराधों में इस्तेमाल किए जाने वाले सिमकार्ड फर्जी तरीके से एक्टिवेट कर आपराधिक गतिविधियां करता था।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण
-ओमप्रकाश अग्रहरि उर्फ टीटू – पुत्र स्व. जगतनरायण, निवासी सरांय तलैया, राजापुर, चित्रकूट।
शिक्षा – बीए, उम्र 37 वर्ष। प्रोपराइटर – अग्रहरि कम्युनिकेशन (गैंग लीडर)
-शिवदयाल निषाद – पुत्र सदाशिव निषाद, निवासी बरगदी पुरवा, राजापुर, चित्रकूट।
शिक्षा – बीए, उम्र 35 वर्ष। टेरीटरी सेल्स एक्जीक्यूटिव, वोडाफोन आइडिया।
-राहुल पाण्डेय – पुत्र मनी शंकर पाण्डेय, निवासी पाण्डेय पुरवा, राजापुर।शिक्षा – बीए, एलएलबी, उम्र 30 वर्ष। प्रोपराइटर – नित्या इंटरप्राइजेज व डीएसई अग्रहरि कम्युनिकेशन।
-जितेन्द्र कुमार – पुत्र शिवपूजन, निवासी पश्चिम नाका, राजापुर।
शिक्षा – बीए, उम्र 29 वर्ष। टेरीटरी सेल्स एक्जीक्यूटिव, वोडाफोन आइडिया कौशाम्बी।
-शिवबाबू – पुत्र लालबाबू, निवासी बरगदी का पुरवा, राजापुर।
शिक्षा – बीए, उम्र 32 वर्ष। पीओएस एजेंट।
-सुरेन्द्र सिंह – पुत्र विजय सिंह, निवासी लूपलाइन, राजापुर।
शिक्षा – बीटीसी, बीएड, उम्र 34 वर्ष। प्रोपराइटर – रवि जनसेवा व स्टूडियो।
इनके कब्जे से यह सामान हुआ बरामद
-31 मोबाइल फोन
-87 कूटरचित आधार कार्ड
-514 प्रीएक्टिवेटेड वोडाफोन आइडिया सिम कार्ड
-505 अनएक्टिवेटेड वोडाफोन आइडिया सिम कार्ड
-30 अनएक्टिवेटेड रिलायंस जियो सिम कार्ड
-26 अनएक्टिवेटेड एयरटेल सिम कार्ड
-3 बायोमैट्रिक स्कैनर
-1 CPU
-7,250 रुपये नकद
सिमकार्ड अनाधिकृत तरीके से एक्टिवेट किए जाने की लगातार मिल रही थी शिकायत
एसटीएफ को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि वोडाफोन आइडिया कंपनी के अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जी पीओएस एजेंट बनाकर उनके आईडी और ओटीपी का उपयोग कर सिमकार्ड अनाधिकृत तरीके से एक्टिवेट किए जा रहे हैं। ये सिमकार्ड डिजिटल अरेस्ट, स्टॉक मार्केट और पार्सल स्कैम जैसे अपराधों में इस्तेमाल हो रहे थे।अपर पुलिस अधीक्षक विशाल विक्रम सिंह के पर्यवेक्षण में साइबर टीम ने अभिसूचना संकलन कर गुरुवार को राजापुर में छापेमारी कर गैंग के सरगना ओमप्रकाश अग्रहरि सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार किया।
फर्जी आधार कार्ड सुरेंद्र सिंह के स्टूडियो में बनाए जाते थे
पूछताछ में पता चला कि गिरोह ने वर्षों से फर्जी आधार कार्ड बनाकर, दो-दो सिमकार्ड एक्टिवेट कर एक ग्राहक को एक सिम देते और दूसरी सिम खुद रख लेते थे। इस तरह से करीब 10,000 से अधिक सिमकार्ड पिछले 2-3 वर्षों में फर्जी तरीके से एक्टिवेट किए गए। फर्जी आधार कार्ड भी सुरेंद्र सिंह के स्टूडियो में बनाए जाते थे। इनके द्वारा जारी किए गए सिमकार्डों को बाजार के दामों से भी अधिक कीमत पर बेचा जाता था।
अन्य संदिग्धों की की तलाश में जुटीं पुलिस
थाना राजापुर में अभियोग संख्या 115/2025 के तहत धारा 34, 419, 420, 465, 467, 468, 471 भारतीय दंड संहिता एवं धारा 66 सी, 66 डी आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है। एसटीएफ उत्तर प्रदेश इस तरह के साइबर अपराधों से निपटने के लिए सतर्क और सक्रिय है तथा अन्य संदिग्धों की खोज जारी है।