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श्रम मंत्री की अध्यक्षता में अटल आवासीय विद्यालयों के प्रधानाचार्यों के साथ हुई बैठक, 2300 से अधिक छात्र बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे

लखनऊ, उत्तर प्रदेश। इस वर्ष अटल आवासीय विद्यालयों के 2300 बच्चें दसवीं की बोर्ड परीक्षा में भाग लेने वाले है। इसके चलते श्रम मंत्री ने अधिकारियों संग समीक्षा बैठक की।

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Mohd. Arslan
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प्रधानाचार्यों संग बैठक करते श्रम मंत्री अनिल राजभर Photograph: (YBN)

उत्तर प्रदेश में संचालित 18 अटल आवासीय विद्यालयों के 2300 से अधिक छात्र इस वर्ष पहली बार कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे। ऐतिहासिक अवसर को सफल बनाने और बोर्ड परीक्षा में 100 प्रतिशत परिणाम प्राप्त करने के उद्देश्य से आज लखनऊ स्थित बापू भवन के द्वितीय तल सभाकक्ष में सभी प्रधानाचार्यों के साथ विशेष तैयारी बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने की। 

अधिकारियों ने दिए सुधार के लिए सुझाव

इस बैठक में अटल आवासीय विद्यालयों की शैक्षणिक तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की गई और परिणाम उत्कृष्ट बनाने के लिए ठोस रणनीतियां तय की गईं। बैठक में महानिदेशक, अटल आवासीय विद्यालय, पूजा यादव ने विद्यालयों के शैक्षणिक क्रियाकलापों का प्रस्तुतीकरण किया, जबकि प्रमुख सचिव श्रम एवं सेवायोजन डॉ. एम.के. शन्मुगा सुन्दरम और विशेष सचिव कुणाल सिल्कू ने शैक्षणिक प्रदर्शन की समीक्षा करते हुए सुधार के लिए आवश्यक सुझाव दिए।

पिछले 5 वर्षों के प्रश्नपत्र हल कराए जाएं 

जुलाई में आयोजित मॉक टेस्ट-2 के परिणामों के विश्लेषण में मेरठ विद्यालय ने 98% पास प्रतिशत के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, जिसकी जानकारी विद्यालय की प्रधानाचार्य अमर कौर ने दी और अतिरिक्त रेमेडियल कक्षाओं के साथ पीयर लर्निंग ग्रुप की रणनीति साझा की।प्रमुख सचिव ने निर्देश दिए कि पिछले 5 वर्षों के सीबीएसई प्रश्नपत्र हल कराए जाएं, कमजोर छात्रों के लिए नियमित रेमेडियल क्लासेस आयोजित हों, प्रत्येक शिक्षक को छोटे समूह का मेंटॉर बनाकर विषय-विशेष मार्गदर्शन दिया जाए और छात्रों की हैंडराइटिंग सुधार पर विशेष ध्यान दिया जाए। दिसंबर से रिवीजन टेस्ट और माह में दो बार ऑब्जेक्टिव टेस्ट आयोजित करने और प्रत्येक विद्यालय से 4-5 छात्रों को राज्य या सीबीएसई टॉपर सूची में लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया।

श्रमिक वर्ग के बच्चों के जीवन में शिक्षा का नया प्रकाश ला रहे आवासीय विद्यालय

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विशेष सचिव ने सुझाव दिया कि प्रत्येक विद्यालय के प्रदर्शन अंतर का विश्लेषण कर कंसेप्चुअल लर्निंग और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किया जाए और औसत के साथ कमजोर छात्रों के लिए माइक्रो प्लानिंग अपनाई जाए। अपने संबोधन में श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि अटल आवासीय विद्यालय श्रमिक वर्ग के बच्चों के जीवन में शिक्षा का नया प्रकाश ला रहे हैं और इनका लक्ष्य केवल परीक्षा परिणाम तक सीमित नहीं, बल्कि विद्यार्थियों के आत्मविश्वास, व्यक्तित्व विकास और भविष्य की सफलता की मजबूत नींव रखना है। उन्होंने कहा कि 10वीं के परिणाम उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश में उत्कृष्टता की मिसाल बनें।

छात्रों की बेहतराई के लिए लिया गया फैसला

बैठक में यह तय किया गया कि मॉक टेस्ट, रिवीजन टेस्ट और प्री-बोर्ड के माध्यम से तैयारी की सतत निगरानी होगी, विषयवार टॉपर सूची बनाई जाएगी, उत्तर पुस्तिका की प्रस्तुति में सुधार होगा, समय प्रबंधन और परीक्षा तकनीक पर विशेष कार्यशालाएं होंगी तथा शिक्षक-छात्र मेंटरशिप कार्यक्रम लागू किया जाएगा। मंत्री ने 15 अगस्त की तैयारियों के तहत स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण और अभिभावक सहभागिता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश भी दिए, ताकि विद्यालय और घर के बीच तालमेल बढ़े और विद्यार्थियों का आत्मविश्वास सशक्त हो। बैठक का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि “कोई भी बच्चा पीछे नहीं रह जाएगा” और सभी प्रधानाचार्यों ने एकजुट होकर 100% परिणाम देने का वादा किया।

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