लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
लखनऊ में आम आदमी पार्टी (AAP) के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को हजरतगंज स्थित जीपीओ के सामने Phule फिल्म की रिलीज पर रोक के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और आरोप लगाया कि यह फैसला दलित समाज की आवाज को दबाने की साजिश है। प्रदर्शन की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता महेन्द्र सिंह ने बताया कि यह विरोध प्रदर्शन आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद व उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह के निर्देश पर किया गया।
पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की
कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं जिन पर माता सावित्रीबाई फुले अमर रहें जैसे नारे लिखे थे। इस दौरान केंद्र सरकार के विरोध में भी नारे लगाए गए। प्रदर्शन दोपहर दो बजे शुरू होना था, लेकिन कार्यकर्ताओं के जुटते ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उन्हें प्रदर्शन से पहले ही हिरासत में ले लिया। पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच हल्की धक्का-मुक्की और नोकझोंक भी हुई। पुलिस ने प्रदर्शन टालने के लिए ज्ञापन स्वीकार कर लिया था, लेकिन कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी जारी रखी, जिसके बाद उन्हें जबरन गाड़ियों में बैठाकर ले जाया गया।
11 अप्रैल को रिलीज होनी थी फिल्म फुले
महेन्द्र सिंह ने बताया कि 11 अप्रैल 2025 को रिलीज होने वाली फिल्म Phule पर सेंसर बोर्ड की आपत्ति के चलते रोक लगा दी गई है। उन्होंने इसे लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बताया। पार्टी का कहना है कि महात्मा फुले और सावित्रीबाई फुले की विचारधारा को दबाने की कोशिश की जा रही है, जिसका विरोध पूरे प्रदेश में किया जाएगा। आम आदमी पार्टी ने राज्य भर के जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन करने और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने की घोषणा की है।