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Nagar Nigam : नगर आयुक्त का एक्शन : ड्यूटी से नदारद 8 SFI और 73 सुपरवाइजर को नोटिस

मॉनिटरिंग के दौरान विगत दिनों में यह पाया गया कि कई एसएफआई और सुपरवाइजर सुबह फील्ड पर मौजूद ही नहीं थे। इस पर नाराजगी जताते हुए नगर आयुक्त ने सोमवार को विभिन्न जोन के 8 एसएफआई और 73 सुपरवाइजर को कारण बताओ नोटिस भेजने का आदेश दिया है।

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Deepak Yadav
नगर आयुक्त गौरव कुमार

ड्यूटी से नदारद मिले 8 एसएफआई और 73 सुपरवाइजर को नोटिस Photograph: (Social Media)

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डोर-टू-डोर व सड़कों से कूड़े के उठान, नालियों की सफाई पर नगर निगम सख्त

लखनऊ वाईबीएन संवाददाता। शहर की सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए नगर आयुक्त गौरव कुमार ने कड़ा रुख अपना लिया है। अब नगर निगम में रोज सुबह सेनेटरी एंड फूड इंस्पेक्टर और सुपरवाइजर की ड्यूटी की लाइव मॉनिटरिंग हो रही है। इसके लिए एक खास सिस्टम बनाया गया है जिसमें महीने के अलग-अलग दिनों में अपर नगर आयुक्तों को रोस्टर के हिसाब से मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है। इस अभियान की शुरूआत 7 मई से हुई है, जिसमें एक कंट्रोल रूम स्थापित करके वीडियो कॉल/जूम ऐप के जरिए मॉनिटरिंग की जा रही है। इस कार्य में अपर नगर आयुक्त आॅनलाइन मीटिंग कर रहे हैं और हर जोन के जिÞम्मेदारों से सीधे रिपोर्ट ले रहे हैं।

अफसर कर रहे सफाई की लाइव मॉनिटरिंग 

मॉनिटरिंग के दौरान विगत दिनों में यह पाया गया कि कई एसएफआई और सुपरवाइजर सुबह फील्ड पर मौजूद ही नहीं थे। यह सीधे तौर पर लापरवाही का मामला है। इस पर नाराजगी जताते हुए नगर आयुक्त ने सोमवार को विभिन्न जोन के 8 एसएफआई और 73 सुपरवाइजर को कारण बताओ नोटिस भेजने का आदेश दिया है। नगर निगम प्रशासन का कहना है कि ड्यूटी में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और अगर जांच में गलती पाई जाती है तो संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

वीडियो कॉल के जरिये हो रही मॉनिटरिंग

शहर की साफ-सफाई को लेकर महापौर सुषमा खर्कवाल खुद लगातार सक्रिय हैं और नगर आयुक्त गौरव कुमार को भी निर्देश दे रही हैं। नगर आयुक्त की ओर से भी खुद शहर के अलग-अलग हिस्सों का निरीक्षण किया जा रहा है। अब सिर्फ दफ्तरों से आदेश जारी नहीं हो रहे, बल्कि नाले-नालियों की सफाई, सड़कों पर झाड़ू लगने और कूड़े के समय से उठान की वीडियो कॉल के जरिए मॉनिटरिंग हो रही है। इसका मकसद है कि हर वार्ड में तय समय पर सफाई हो और जनता को गंदगी से राहत मिले।

पारदर्शिता और जवाबदेही की ओर कदम

लाइव मॉनिटरिंग और वीडियो कॉल के जरिए रिपोर्टिंग का मकसद सिर्फ अधिकारियों की उपस्थिति दर्ज करना नहीं है, बल्कि साफ-सफाई की वास्तविक स्थिति जानना भी है। कई बार शिकायत मिलती थी कि सुबह कर्मचारी फील्ड पर जाते नहीं या देर से काम शुरू करते हैं। अब यह सब वीडियो कॉल के जरिए सामने आ रहा है।

संस्थाओं के कर्मचारियों की अटेंडेंस की मॉनिटरिंग

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नगर आयुक्त का कहना है कि मॉनिटरिंग का यह सिलसिला जारी रहेगा। समय पर जो अधिकारी और कर्मचारी फील्ड पर मिलेंगे, उनकी तारीफ की जाएगी, और जो लापरवाही करेंगे, उन पर कड़ी कार्रवाई होगी। इसके साथ ही नगर आयुक्त ने विभिन्न जोन में काम कर रही कार्यदायी संस्थाओं के कर्मचारियों की अटेंडेंस की रेगुलर मॉनिटरिंग के लिए सभी जोनल अधिकारी व जोनल सेनेटरी अधिकारियों को निर्देशित किया है। उन्होंने कहा है कि अगर कहीं भी लापरवाही या कोई कर्मचारी कम पाया जाएगा तो कार्यदायी संस्थाओं के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।  

लापरवाहीं नहीं होगी बर्दाश्त 

इस अभियान का सबसे बड़ा फायदा शहरवासियों को होगा। जब सुबह ही सफाई की टीम अपनी ड्यूटी पर रहेगी, तो सड़कों, नालियों और मोहल्लों में समय से सफाई होगी। इससे गंदगी, दुर्गंध और बीमारियों से काफी हद तक राहत मिल सकेगी। नगर निगम का साफ संदेश है अब कोई भी अधिकारी या कर्मचारी लापरवाही नहीं कर पाएगा, क्योंकि हर चीज पर सीधी नजर रखी जा रही है।

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