/young-bharat-news/media/media_files/2025/05/01/AqgosS6f0ooGS4XDPr27.jpeg)
अदाणी का फिक्स्ड चार्ज 113 पावर प्लांट्स से ज्यादा Photograph: (YBN)
लखनऊ,वाईबीएन संवाददाता। यूपी सरकार के अदाणी पावर से मिलने वाली सस्ती बिजली के दावे पर उपभोक्ता परिषद ने खड़े किए हैं। परिषद का कहना है पावर कारपोरेशन जिन 113 पावर प्लांट से बिजली खरीद रहा है उनमें से अदाणी पावर का फिक्स्ड चार्ज सबसे ज्यादा है। इसके बावजूद ने उससे करार कर लिया गया। फिक्स्ड चार्ज सर्वाधिक होने से अदाणी पावर की बिजली महंगी पड़ेगी, जिसका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ेगा।
फिक्स्ड चार्ज ज्यादा, फिर भी करार
दरअसल, मंगलवार को यूपी कैबिनेट ने अदाणी पावर लिमिटेड की ओर से मीरजापुर में बनाए जा रहे 1600 मेगावाट के प्लांट से 1500 मेगावाट बिजली अगले 25 सालों तक खरीदने का फैसला किया है। यह बिजली 5.38 रुपये रुपये प्रति यूनिट होगी। इसमें फिक्स्ड चार्ज 3.727 रुपये प्रति यूनिट और फ्यूल चार्ज 1.656 रुपये प्रति यूनिट है। गौर करने की बात है कि किसी भी पावर प्लांट की बिजली खरीद के करार में फिक्स्ड चार्ज का मतलब यह होता है कि पावर कारपोरेशन प्लांट से बिजली न भी लें तब भी उन्हें फिक्स्ड चार्ज संबंधित कंपनी को देना ही होगा।
उपभोक्ताओं की जेब पर पड़ेगा असर
पावर कारपोरेशन वर्तमान में 113 पावर प्लांट से बिजली ले रहा है। इनमें से जिनका तीन रुपये यूनिट से ज्यादा फिक्स्ड चार्ज है उनमें घाटमपुर पावर प्लांट का फिक्स्ड कास्ट 3.396 रुपये, अलकनंदा हाइड्रो का 3.09 रुपये, टनकपुर का 3.41 एनपीजीसीएल का 3.13 रुपये प्रति यूनिट है। उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा का कहना है कि अदाणी पावर का फिक्स्ड चार्ज जहां सबसे ज्यादा है। वहीं फ्यूल चार्ज तो पांच साल बाद पावर प्लॉट के बनकर तैयार होने पर निर्भर करेगी। ऐसे में इस प्लांट से बिजली महंगी पड़ेगी। इसका सीधा असर उपभोक्ताओं की जेब पर पड़ेगा।