लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। समाजवादी पार्टी के मुखिया और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने महोबा जिले में दलित नवविवाहित जोड़े के साथ हुए अमानवीय व्यवहार और हिंसक हमले को लेकर प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
सपा मुखिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ' उप्र के महोबा में ‘सत्ता सजातीय’प्रभुत्ववादियों ने मंदिर में दर्शन करने जा रहे, एक दलित नव विवाहित जोड़े पर चप्पल उतारकर अपने घर के सामने से गुजरने के लिए दबाव डाला और दलित दूल्हे द्वारा विरोध किए जाने पर उस पर हिंसक हमला किया। ये घटना उस सरकार के मुंह पर… जो ‘सबका साथ’का ढोंग करती है। पीडीए समाज अब ऐसी नाइंसाफ़ी और नहीं सहेगा। अगर मुख्यमंत्री जी इस मामले में आनाकानी करते हैं और अपनों को बचाने के लिए समझौते का दबाव बनवाते हैं तो ये ‘महोबा कांड’ उनकी कमज़ोरी का प्रतीक बनकर इतिहास में दर्ज हो जाएगा। पीडीए समाज याद रखेगा जिस समय ये उत्पीड़न और हमला हुआ, उस समय एक दलित नारी भी नव विवाहिता के रूप में सरेआम अपमान का घूँट पीने पर मजबूर की जा रही थी। भाजपा के ‘नारी वंदन’ का ऐसा वीभत्स रूप उप्र की हर युवती-महिला देख रही है। भाजपा के पतन में नारी शक्ति ही मुख्य कारक बनेगी।
आत्मसम्मान कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!
सपा मुखिया ने रोजगार को लेकर भी योगी सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'उप्र में जिस तरह से नौकरियों के बारे में की गयी पोस्ट डिलीट कर दी गई है, वैसे ही नौकरियां भी उप्र से डिलीट कर दी गयीं हैं।लगभग 2 लाख पदों की भर्ती की पोस्ट लगभग 2 दिन के लिए तो पोस्ट करके रखते।
नौकरी भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं।