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AKTU में कुलपति कक्ष के बाहर धरने पर बैठे डिप्टी रजिस्ट्रार आरके सिंह Photograph: (Social Media)
लखनऊ वाईबीएन संवाददाता। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (AKTU) के कैंपस में मंगलवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब डिप्टी रजिस्ट्रार आरके सिंह कुलपति कक्ष के बाहर धरने पर बैठ गए। विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें समझा बुझाकर मनाने की कोशिश की पर वो हटने को तैयार नहीं हुए। डिप्टी रजिस्ट्रार ने कुलपति प्रो. जय प्रकाश पांडेय पर शोषण का आरोप लगाया है।
एकेटीयू का विवादों से पूरा नाता
एकेटीयू का विवादों से पूरा नाता रहा है। तकनीकी विश्वविद्यालय के दो पूर्व कुलपति जांच के दायरे में हैं। ये जांच कोई मामूली स्तर की नहीं थीं सीबीबाई और एसटीएफ तक ने जांच की। यहां तक कि हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त जजों की अध्यक्षता में विशेष जांच पैनल भी गठित किए गए। मामले में एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई भी शुरू की गई। हालांकि ठोस कार्रवाई केवल एक कुलपति, प्रो. पीके मिश्रा के खिलाफ हुई थी। पहले उन्हें उनके पद से हटाकर डॉ. शकुंतला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय से संबद्ध किया गया। इसके कुछ समय बाद उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया
विनय पाठक और पीके मिश्रा का पूरा विवाद
एकेटीयू में पहले कानपुर विश्वविद्यालय और एकेटीयू के कुलपति आमने सामने आ चुके हैं। कानपुर विवि के वीसी प्रो. विनय पाठक और एकेटीयू के कुपलति प्रो. पीके मिश्रा के बीच लंबे समय तक मतभेद और तीखी तकरार रही। दोनों पर ही विश्वविद्यालय प्रशासन में नियमों की अनदेखी कर मनमाने तरीके से काम करने के आरोप लगे। जिसके चलते वे जांच एजेंसियों के रडार पर आ गए। अंततः राजभवन की ओर से प्रो. पीके मिश्रा को पद से हटाने के आदेश जारी किए गए। ऐसे में प्रो. विनय पाठक बाजी मारने में सफल रहे।