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BBAU के कुलपति ने स्टार्टअप पर दिया जोर, कहा- देश को सशक्त बनाने के लिए उद्यमी बनें युवा

डॉ. अम्बेडकर की सामाजिक न्याय की अवधारणा विषय पर आयोजित संगोष्ठी में प्रो. मित्तल ने कहा कि भारत को सिर्फ आर्थिक रूप से नहीं, बल्कि सामाजिक, शैक्षिक और पर्यावरण के स्तर पर भी आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना जरूरी है।

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Deepak Yadav
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BBAU के कुलपति ने स्टार्टअप पर दिया जोर

BBAU में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठ में बोलते कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल Photograph: (YBN)

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लखनऊ वाईबीएन संवाददाता। बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर केन्द्रीय विश्वविद्यालय (BBAU) में शुक्रवार को आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल ने कहा कि भारत को 2047 तक विकसित देश बनाने और चार ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य पूरा करने के लिए युवाओं और महिलाओं की सक्रिय भागीदारी बेहद जरूरी है। कुलपति कहा कि अगर भारत को दुनिया में वैश्विक मंच पर एक सशक्त, समावेशी और विकासशील राष्ट्र बनाना है तो युवाओं को स्टार्टअप, नवाचार और व्यवसाय के क्षेत्रों में आगे आना होगा।

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अम्बेडकर के विचारों पर विश्वविद्यालय अग्रसर

डॉ. अम्बेडकर की सामाजिक न्याय की अवधारणा विषय पर आयोजित संगोष्ठी में प्रो. मित्तल ने कहा कि भारत को सिर्फ आर्थिक रूप से नहीं, बल्कि सामाजिक, शैक्षिक और पर्यावरण के स्तर पर भी आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि बीबीएयू 'प्रज्ञा, शील और करुणा' के मूल सिद्धांतों को आधार बनाकर छात्रों के सम्पूर्ण विकास के लिए लगातार काम कर रहा है। प्रो. मित्तल ने कहा कि बाबासाहेब के अनुसार शिक्षा ही समाज में बदलाव लाने का सबसे मजबूत तरीका है। विश्वविद्यालय इसी सोच के साथ आगे बढ़ रहा है।

छात्र-छात्राओं को ​दिया UPSC में सफलता का मंत्र

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प्रो. मित्तल ने यूपीएससी का जिक्र करते हुए कहा कि छात्र इस परीक्षा में सफल होने के लिए विद्यार्थियों को कड़ी मेहनत नियमित पढ़ाई, अलग-अलग विषयों पर चर्चा और समसामयिक मुद्दों की समझ को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना होगा। साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे लक्ष्य को लेकर गंभीर रहें और आत्मविश्वास के साथ निरंतर आगे बढ़ते रहें। 

पिछड़ों के सशक्तीकरण से होगा समाज विकसित

इग्नू सेंटर लखनऊ के रीजनल डायरेक्टर डॉ. जय प्रकाश वर्मा ने कहा कि समाज का विकास तभी संभव है, जब पिछड़े वर्गों एवं हाशिये पर रहने वाले लोगों को मुख्य धारा में शामिल करके उनके उत्थान के लिए काम किये जायें। सेवानिवृत्त आईएएस बाबूराम ने कहा कि सपनों को साकार करने का मार्ग कठिन हो सकता है, लेकिन अटूट संकल्प और निरंतर परिश्रम से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता। अवसर जीवन में एक बार आता है, और जो उसे पहचानकर साहसपूर्वक आगे बढ़ते हैं, वही सफलता प्राप्त करते हैं। 

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विद्या​र्थियों को मुफ्त कोचिंग और वजीफा

प्रो. शशि कुमार ने डॉ. अम्बेडकर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के बारे में बताते हुए कहा कि इस केंद्र के माध्यम से चयनित विद्यार्थियों को यूपीएससी, यूपी पीएससी सहित अन्य उच्च स्तरीय प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी निःशुल्क करवाई जाती है। इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों को प्रतिमाह वजीफा भी प्रदान किया जाता है। जिससे उन्हें आर्थिक सहायता मिल सके और वे बिना किसी बाधा के पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकें।

PCS प्रीलिम्स परीक्षा पास करने वाले विद्यार्थी सम्मानित

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संगोष्ठी के दौरान पीसीएस परीक्षा 2024 के प्रीलिम्स को उत्तीर्ण करने वाले तीन विद्यार्थियों कविता वर्मा, किरन मौर्य एवं राजेन्द्र जैसवाल को अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों के लिए भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में वैभव प्रकाश ने प्रथम, संध्या चौधरी ने द्वितीय एवं विनय गौतम ने तृतीय स्थान हासिल किया, जिन्हें अतिथियों ने सम्मानित किया। 

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