लखनऊ वाईबीएन संवाददाता। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय (BBAU) में चल रहे 'योग महाकुंभ' के तहत मंगलवार को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए 'दस दिवसीय शोध आधारित यौगिक सत्र' का आयोजन किया गया। इसका द्देश्य सभी योग साधकों को शरीर के प्रत्येक तंत्र से सम्बन्धित यौगिक अभ्यास कराना व साथ ही आहार सम्बन्धित जानकारी से अवगत कराना रहा। इस दौरान योग प्राकृतिक चिकित्सा एवं संज्ञानात्मक अध्ययन विद्यापीठ के संकायाध्यक्ष प्रो. बीसी यादव ने बताया कि योग की आज के जीवन में नितांत आवश्यकता है। योग केवल आध्यात्मिक साधना तक ही सीमित नहीं, बल्कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी उपयोगी है। योग जीवन को सरल बनाने के साथ कृतज्ञ भाव उत्पन्न करने में मदद करता है।
तनावमुक्त जीवन के लिए योग जरूरी
विभागाध्यक्ष डॉ. दीपेश्वर सिंह ने बताया कि हम कैसे योग को जन जन तक फैला कर आधुनिक जीवन की छोटी छोटी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। साथ ही किस तरह सभी तंत्र को मजबूत बनाते हुए पूरे शरीर को योग के माध्यम से शक्तिशाली बना सकते हैं। डॉ. नरेंद्र सिंह ने बताया कि प्रमाणित हुआ है कि योग तनाव कम करता है, हृदय की कार्यक्षमता को बढ़ाकर बेहतर स्वास्थ्य प्रदान करता है| योग के अभ्यास से शरीर में लचीलापन, शारीरक बल और संतुलन को बढ़ाया जा सकता है।
सैकड़ों योग साधकों ने किया प्रतिभाग
डॉ. नवीन जी. हलप्पा ने योग और आहार के संयुक्त आचरण से होने वाले फायदों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि जब हम योग और संतुलित आहार को एक साथ अपनाते हैं, तो इसका हमारे शरीर और मन पर गहरा और सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके अतिरिक्त संतुलित आहार हमें आवश्यक पोषण देकर हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। डॉ सागर सैनी ने बताया कि योग महाकुम्भ के निमित्त विश्वविद्यालय में विभिन्न कार्यक्रमों एवं कार्यशालाओं का आयोजन किया गया व अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को दृष्टिगत करते हुए विश्वविद्यालय में विभिन्न योग आयोजनों की तैयारियां वृहद स्तर पर की जा रही है। इस सत्र के दौरान सैकड़ों योग साधकों ने प्रतिभाग किया।