/young-bharat-news/media/media_files/2025/08/13/screenshot_2025-08-13-21-58-35-57_6012fa4d4ddec268fc5c7112cbb265e7-2025-08-13-22-17-14.jpg)
काग़ज़ पर उकेरते देशभक्ति का हुनर Photograph: (YBN)
स्वतंत्रता दिवस से पहले स्कूली छात्र छात्राएं देशभक्ति के रंगारंग कार्यक्रम और रैलियां निकालकर आज़ादी का जश्न मना रहीं है। वहीं मदरसे के बच्चें भी इस जश्न ए आज़ादी में किसी से पीछे नहीं रहना चाहते। लखनऊ के मशहूर दारुल उलूम फिरंगी महल मदरसे में तीन दिवसीय जश्न ए आज़ादी प्रोग्राम का आग़ाज़ हो गया है। बुधवार को पहले दिन पर मदरसे के छोटे-छोटे नन्हें-मुन्नों ने कागज़ों पर अपनी देशभक्ति को उकेरा।
मदरसों ने देश की आज़ादी में अहम भूमिका निभाई
इस दौरान इमाम ईदगाह लखनऊ और नाजिम दारूल उलूम निजामिया फरंगी महल मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि देश को विदेशियों के कब्जे से आजाद कराने में मुजाहिदीन-ए-आजादी की कुर्बानियाँ को भुलाया नही जा सकता। उन्होंने कहा कि हमें चाहिए कि उन्हें याद रखें। आज यह मुकाबला उनको याद करने की कोशिश है। मौलाना ने कहा कि देश की आजादी की हिफाजत नौजवानों की जिम्मेदारी है। इस प्रकार के प्रोग्रामों का उद्देश्य नई पीढ़ी और विद्यार्थियों को अपने बुजुर्गों के कार्यनामों से अवगत कराना है। मौलाना फिरंगी महली आज दारूल उलूम में देश की आजादी के प्रोग्राम के सिलसिले में विद्यार्थियों के मध्य राष्ट्रीय ध्वज पेन्टिंग मुकाबले के बाद विद्यार्थियों को सम्बोधित कर रहे थे।इस दौरान उन्होने कहा कि मदरसों ने स्वतन्त्रता की लड़ाई में अहम् भूमिका निभायी। अंग्रेजो ने जब "लड़ाओ और हुकूमत करो' की रणनीति अपनाते हुए हिन्दू मुस्लिम को आपस में लड़ाने की नापाक कोशिश की तो उलमा-ए-फरंगी महल ने हिन्दू मुस्लिम एकता का नारा दिया और महात्मा गाँधी ने फरंगी महल आकर अंग्रेज़ो से देश को आजादी दिलाने के लिए योजनायें बनायीं।
इन बच्चों ने जीता कंपीटिशन
इस मुकाबलों में दारूल उलूम और शाहीन एकेडमी के छात्र व छात्राओं ने बड़े जोश के साथ हिस्सा लिया।राष्ट्रीय ध्वज पेन्टिंग मुकाबले में सीनियर ग्रुप से अरहम अली प्रथम, तय्यब अज़ीज़ द्वितीय, ताहिर हुसैन तृतीय और जूनियर ग्रुप से मोहम्मद इलयास प्रथम, मोहम्मद अरमान द्वितीय और मोहम्मद फैजान को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ।