लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। उत्तर प्रदेश की 2023 पुलिस सिपाही भर्ती को लेकर अभ्यर्थियों में नाराजगी लगातार बढ़ती जा रही है। मंगलवार को बड़ी संख्या में अभ्यर्थी लखनऊ के इको गार्डन पहुंचे और भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताओं के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड पर प्रदेश सरकार के वर्ष 2017 में लागू की गई नई नियमावली की अनदेखी का आरोप लगाया।
2017 की नियमावली का नहीं हो रहा पालन
प्रदर्शन में शामिल बरेली निवासी अभ्यर्थी आकाश ने बताया कि बोर्ड वर्ष 2015 की नियमावली के अनुसार प्रक्रिया संचालित कर रहा है, जबकि वर्ष 2017 में शासन ने नई नियमावली लागू की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि नई व्यवस्था में मेडिकल के लिए सीटों से अधिक अभ्यर्थियों को बुलाया जाना चाहिए, ताकि मेडिकल में असफल रहने की स्थिति में प्रतीक्षा सूची के अभ्यर्थियों को अवसर मिल सके। लेकिन वर्तमान में सीटों के बराबर ही अभ्यर्थियों को बुलाया जा रहा है, जो कि नियमों के खिलाफ है।
स्कोर कार्ड जारी करने की मांग
अभ्यर्थियों ने भर्ती बोर्ड से स्कोर कार्ड जारी करने की भी मांग की है। उनका कहना है कि यह उनका संवैधानिक अधिकार है और इससे चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता बनी रहती है। अभ्यर्थियों के अनुसार कई बार बोर्ड से संपर्क करने के बावजूद स्कोर कार्ड उपलब्ध नहीं कराया गया। जबकि मार्च 2024 में बोर्ड अध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर यह दावा किया था कि पूरी प्रक्रिया संपन्न हो चुकी है।
भर्ती प्रक्रिया पर उठे सवाल
अभ्यर्थियों का कहना है कि स्कोर कार्ड जारी न किए जाने से चयन प्रक्रिया पर सवाल उठना लाजमी है। उनका कहना है कि जब परीक्षार्थी को यह ही नहीं बताया जा रहा कि उसे कितने अंक प्राप्त हुए हैं, तो यह प्रक्रिया संदेह के घेरे में आ जाती है। प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जातीं, तब तक वे इको गार्डन में अनिश्चितकालीन धरना जारी रखेंगे। उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जनपदों से आए युवाओं की आवाज को नजरअंदाज किया गया तो आंदोलन और तेज होगा।