लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
उत्तर प्रदेश के मत्स्य विकास मंत्री संजय कुमार निषाद की अध्यक्षता में सोमवार को एनेक्सी सचिवालय में प्रदेश को वन ट्रिलियन डालर इकोनामी बनाने के लिये मत्स्य विकास विभाग के योगदान के संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी और केवी राजू उपस्थित रहें। बैठक में महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श कर मंत्री द्वारा निर्देश दिए गए।
सोलर पंप दिलाए जाने की कार्ययोजना तैयार
इस दौरान मत्स्य मंत्री ने कहा कि राज्य में मत्स्य विकास को गति प्रदान करने के लिये एक राज्य मत्स्य विकास बोर्ड के गठन पर विचार किया जायेगा। मत्स्य पालकों को भी कृषि का दर्जा प्राप्त होने के बाद कृषि की दरों पर विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराए जाने के लिए कार्ययोजना तैयार की जाये। प्रदेश में वाटर बाडीज के आँकड़े रिमोट सेंसिंग की तकनीक से सेंट्रल इन्लैंड फिशरीज रिसर्च इन्स्टीट्यूट कलकत्ता और यूपी डास्प के माध्यम से एकत्र किये जायेगे। अनुपयुक्त वाटर बाडीज को पुनर्विकसित करते हुए मत्स्य उत्पादन एवं मत्स्य उत्पादकता कोे बढ़ाया जाये। मत्स्य पालको को प्रधानमंत्री कुसुम योजना के अन्र्तगत सोलर पम्प दिलाये जाने के लिए कार्ययोजना तैयार की जाये। विभाग में जितने भी पद रिक्त है, उन्हें समयबद्व ढंग से प्राथमिकता पर भरा जाये।
मत्स्य उत्पादन में रिकॉर्ड ग्रोथ
बैठक में डेलायट के प्रतिनिधि विकास गुलिया द्वारा मत्स्य विकास से संबंधित प्रस्तुतीकरण दिया गया, जिसमें बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में मत्स्य उत्पादन में प्रदेश में 26 प्रतिशत की रिकार्ड ग्रोथ दर्ज की गयी। वर्ष 2020-21 में प्रदेश में जहाँ केवल 11 हजार करोड़ रूपये का मत्स्य उत्पादन होता था, वह वर्ष 2023-24 में 19 हजार करोड़ रूपये पर पहुँच गया। वर्ष 2024-25 में इसके 21 हजार करोड़ रूपये के पार कर जाने का लक्ष्य है। गोरखपुर और मथुरा में सेन्टर फार एक्सीलेंस के रूप में 2 इंटीग्रेटेड एक्वा पार्क विकसित किये जायेंगे। मुरादाबाद में 1 स्टेट ऑफ आर्ट होलसेल फिश मार्केट का प्रस्ताव भी विचाराधीन है। बैठक में मत्स्य विभाग के प्रमुख सचिव के रविन्द्र नायक, महानिदेशक, राजेश प्रकाश एवं निदेशक एनएस रहमानी भी सम्मिलित रहे।