लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। पहलगाम में आतंकवादी हमले (Pahalgam Attack) के बाद सोशल मीडिया पर सरकार के खिलाफ सवाल उठने लगे हैं। इसी बीच लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. माद्री काकोटी के सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणी ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। प्रोफेसर का बयान सामने आने के बाद छात्रों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डॉ. काकोटी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
कार्रवाई तक जारी रहेगा आंदोलन
प्रोफेसर के बयान से नाराज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़े छात्रों ने एक दिन पहले विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन किया और फिर हसनगंज थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराई थी। एबीवीपी के छात्रों ने सोमवार को भी प्रदर्शन जारी रखते हुए पुलिस को एक और तहरीर सौंपी। छात्रों का कहना है कि जब तक डॉ. माद्री काकोटी के खिलाफ कानूनी कदम नहीं उठाए जाएंगे, वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे। उनका आरोप है कि प्रोफेसर लगातार देश विरोधी बातें कर रही हैं और अब उनके खिलाफ निर्णायक लड़ाई होगी।
माद्री काकोटी को भेजा कारण बताओ नोटिस
छात्रों के बढ़ते दबाव और सोशल मीडिया पर हो रहे विरोध के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है। कुलसचिव ने डॉ. काकोटी को कारण बताओ नोटिस भेजते हुए पांच दिन के भीतर अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया है। नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि यदि जवाब संतोषजनक नहीं रहा, तो अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
पाकिस्तानी हैंडल्स से वायरल हुआ पोस्ट
जानकारी के अनुसार, डॉ. काकोटी का विवादित पोस्ट सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी हैंडल्स से बड़े पैमाने पर शेयर किया गया। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा था कि "धर्म देखकर बुलडोजर चलाना भी आतंकवाद है"। इस बयान के बाद जहां पाकिस्तान समर्थित अकाउंट्स इसे भारत विरोधी प्रचार के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं, वहीं देश में इसे राष्ट्रविरोधी बताया जा रहा है।