लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
राजधानी में प्लाट व जमीन दिलाने के नाम पर ठगी करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब रोहतास प्रोजेक्ट लिमिटेड में रीसेल में प्लाट दिलाने के नाम पर वृंदावन कालोनी के रहने वाले राधेश्याम से 6.19 लाख रुपये की ठगी की गई। पीड़ित ने संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध बबलू कुमार से न्याय की गुहार लगाई। इसके बाद रोहतास प्रोजेक्ट के निदेशक समेत तीन के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
तीन माह में कब्जा देने की तय हुई थी बात
बता दें कि राधेश्याम ने बताया कि छत्तीसगढ़ के रायपुर निवासी घनश्याम विश्वकर्मा ने रोहतास प्रोजेक्ट लिमिटेड के एक प्लाट के रीसेल में बिक्री होने का पता चला। इंदिरानगर सेक्टर 13 के रहने वाले विवेक खुल्लर और उनकी पत्नी नीलम से मुलाकात हुई। पता चला कि उन्होंने 3.76 लाख में रीसेल में एक प्लॉट अगस्त 2017 में खरीदा था। जिसका नामांतरण रोहतास प्रोजेक्ट ने उसी दिन भाई के नाम कर दिया था। शेष 7,42,825 रुपये अदा कर तीन माह में कब्जा देने की बात तय हुई थी।
11.19 लाख देने के बाद भी आरोपियों ने रजिस्ट्री नहीं की
इंस्पेक्टर हजरतगंज विक्रम सिंह के बताया कि प्लाट के लिए 11.19 लाख देने के बाद भी आरोपियों ने रजिस्ट्री नहीं की। सात साल तक दंपति टाल मटोल करते रहे। रुपयों की मांग की तो गाली-गलौज कर धमकाने लगे। इसके बाद रोहतास प्रोजेक्ट संपर्क करने की कोशिश की तो पता चला कि हजरतगंज स्थित रोहतास प्रोजेक्ट का आफिस भी बंद हो चुका है। जेसीपी से मुलाकात की। जेसीपी के आदेश पर रोहतास प्रोजेक्ट के निदेशक, विवेक खुल्लर और उनकी पत्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। इसमें जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई तय है।