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Crime News : यूपी, उत्तराखण्ड व पंजाब में अफीम की तस्करी करने वाले पांच गिरफ्तार

एसटीएफ को अन्तर्राज्यीय स्तर पर मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को 06 500 किलो अफीम (अन्तराष्ट्रीय बाजार मूल्य 65 लाख ) के साथ गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई । इसके कब्जे से अफीम के अलावा एक ट्रक भी बरामद किया है।

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Shishir Patel
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पकड़े गए अफीम तस्कर Photograph: (वाईबीएन)

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता

एसटीएफ उत्तर प्रदेश को अन्तर्राज्यीय स्तर पर मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को 06 500 किलो अफीम (अन्तराष्ट्रीय बाजार मूल्य 65 लाख रूपये) के साथ गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई । गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम अनिल कुमार दांगी पुत्र इन्द्रजीत दांगी, निवासी ग्राम परखन, पोस्ट गिधोर, जनपद चतरा, झारखण्ड,आजाद अहमद पुत्र हमीद अहमद, निवासी बहादुरपुर खादर, पोस्ट लक्सर, जनपद हरिद्वार उत्तराखण्ड, प्रेमपाल पुत्र तेजपाल, निवासी ग्राम व पोस्ट मइागवां, थाना विशारतगंज, जनपद बरेली,अनिल कश्यप पुत्र पप्पू कश्यप, निवासी ग्राम व पोस्ट मझगवां थाना विशारतगंज जनपद बरेली है, राजेन्द्र पाल पुत्र मैकूलाल, निवासी ग्राम बिवनी, थाना अलीगंज, जनपद बरेली है। इसके कब्जे से अफीम के अलावा 13 सौ रुपये नकदी व एक ट्रक भी बरामद किया है। 

एसटीएफ ने पांच तस्करों को बरेली से दबोचा 

एसटीएफ यूपी को विगत काफी समय से उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में मादक पदार्थ तस्कर गिरोह के सक्रिय होने की सूचनायें प्राप्त हो रहीं थी। इसी क्रम में एसटीएफ की टीम इनकी तलाश में जुटी थी कि सूत्रों के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई कि मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह के कुछ सदस्य झारखण्ड से एक ट्रक में मादक पदार्थ (अफीम) लेकर आये है, जो थाना बिथरी चौनपुर जनपद बरेली क्षेत्रान्तर्गत रजऊ चौराहे के पास मौजूद है। इस सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा उपरोक्त स्थान पर पहुँचकर 5 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया ।

तीन साल से पकड़े गए तस्कर करते चले आ रहे थे यह काम 

पूछताछ पर अभियुक्तों ने बताया कि उनका एक गिरोह है, जो झारखण्ड से अवैध मादक पदार्थ लाकर उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, पंजाब आदि राज्यों में सप्लाई करता है। इस बार बरेली निवासी तस्करों को अफीम की खेप देने के लिए झारखण्ड से आये थे। जनपद बरेली के उपरोक्त तस्करों द्वारा बरेली एवं आस-पास के जनपदों में फुटकर में इसकी तस्करी की जाती है। जिससें काफी मुनाफा होता है। इस गिरोह द्वारा लगभग 3 वर्षों से यह कार्य किया जा रहा है। इसके पूर्व में भी कई बार अफीम की खेप लाकर बरेली में सप्लाई कर चुके है।

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