लखनऊ वाईबीएन संवाददाता। लखनऊ में दूसरे बड़े मंगल के अवसर पर मंगलवार सुबह से ही आस्था की अनोखी तस्वीर देखने को मिली। शहर के प्रमुख हनुमान मंदिरों में तड़के 4 बजे से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी। घंटा-घड़ियाल और हनुमान चालीसा की ध्वनि से वातावरण भक्तिमय हो गया। भक्त दर्शन के बाद एक-दूसरे को तिलक लगाकर प्रसाद वितरित करते नजर आए।
376 आयोजकों ने भंडारे के लिए कराया पंजीकरण
शहर में इस अवसर पर एक हजार से अधिक स्थानों पर भंडारे आयोजित किए जा रहे हैं। नगर निगम के अनुसार अब तक 376 आयोजकों ने भंडारे के लिए पंजीकरण कराया है। यह दिन एक बार फिर साबित करता है कि जब बात श्रद्धा और परंपरा की आती है, तो लखनऊ पूरे जोश और रंग में डूब जाता है।
प्रमुख मंदिरों में उमड़ा जनसैलाब
हनुमान सेतु, अलीगंज का प्रसिद्ध हनुमान मंदिर, लेटे हुए हनुमान जी का मंदिर, पांडेगंज, चौक, मनकामेश्वर और सिंगारनगर समेत शहर के बड़े मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालु पहुंचने लगे। फूल, सिंदूर, नारियल और प्रसाद की दुकानों पर खूब चहल-पहल रही।
महिलाओं की अगुवाई, युवाओं की सेवा
इस बार भंडारों में महिलाओं की विशेष भागीदारी देखने को मिली। कई स्थानों पर महिलाएं खुद प्रसाद परोसती नजर आईं। वहीं, कॉलेज के छात्र-छात्राओं, रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों (RWAs) और मोहल्ला समितियों ने भी मिलकर भंडारों के आयोजन में भाग लिया। बच्चों ने ‘जय बजरंगबली’ के जयकारों से माहौल को और ऊर्जा से भर दिया।
स्वाद और श्रद्धा का संगम
भंडारों में खिचड़ी, हलवा-पूड़ी, आलू-सब्जी, छोले-चावल, पुलाव, चना-बूरा, नींबू पानी और गुलाब शरबत जैसे प्रसाद वितरित किए जा रहे हैं। आयोजकों ने इस बार स्वाद के साथ-साथ सेहत का भी ध्यान रखा है। अलीगंज, हजरतगंज, गोमतीनगर, चारबाग, आशियाना, राजाजीपुरम और अमीनाबाद जैसे इलाकों में भारी संख्या में भक्तों के पहुंचने की संभावना है।
प्रशासन की सतर्क निगरानी
शहर में व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और नगर निगम की टीमें सुबह से ही मुस्तैद रहीं। भारी भीड़ वाले इलाकों में बैरिकेडिंग की गई है, जबकि ट्रैफिक पुलिस ने विशेष मार्गों और डायवर्जन की व्यवस्था की है। नगर निगम की सफाई टीमों को हर भंडारे के बाद तत्काल सफाई का निर्देश दिया गया है।