लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती (Mayawati) ने देश के शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों में कैंपस सेलेक्शन में आई गिरावट पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि शिक्षित और हुनरमंद युवाओं के लिए रोजगार का अभाव है। इस गिरावट के लिए सरकार की गवर्नेंस और रोजगार पर केंद्रित नीतियों की कमी जिम्मेदार हैं।
युवाओं का भविष्य संकट में
मायावती ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि आईआईटी, आईआईएम व एनआईटी समेत देश के 17 शीर्ष केन्द्रीय शिक्षण संस्थानों में लम्बे समय से स्थाई प्रमुख नहीं होकर तदर्थ व्यवस्था के बीच कैम्पस सेलेक्शन में गिरावट के प्रति संसदीय समिति द्वारा चिन्ता व्यक्त करने की खबर सरकार के गवरनेन्स को लेकर अनेकों सवाल खड़ी करती है।
अस्थायी नौकरियों से युवा परेशान
बसपा प्रमुख ने आगे लिखा कि वैसे भी सरकारी नौकरियों तथा शिक्षित बेरोजगार व हुनरमन्दों आदि के लिए उपयुक्त रोजी-रोजगार का अभाव तथा अधिकतर कूरियर सर्विस, सेल्समैन, सुरक्षा गार्ड व गैर हुनरमन्दों के अस्थायी जॉब ने लोगों को काफी परेशान व दुखी कर रखा है। रोजगार व गुड गवरनेन्स के प्रति गंभीर उपाय जरूरी।
आकाश आनंद की वापसी के बाद 16 अप्रैल को बसपा की बैठक
बसपा में आकाश आनंद की वापसी के बाद पार्टी की मुखिया मायावती ने बड़ी बैठक बुलाई है। यह बैठक 16 अप्रैल लखनऊ स्थित बसपा मुख्यालय में होगी। इसमें आकाश की वापसी के पीछे के कारणों पर भी चर्चा होने के आसार हैं। इसके अलावा आकाश को दोबारा कोई अहम पद दिए जाने की संभावना है। बैठक में कीरब 300 नेता मौजूद हो सकते हैं। इस में मंडल व जिला इंचार्ज के साथ ही सभी जिलाध्यक्षों को बुलाया गया है।