लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
लखनऊ में सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (CMS) में 14वां अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का भव्य शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (Deputy CM Brajesh Pathak) ने उद्घाटन करते हुए आयोजन की सराहना की। समारोह में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं, शिक्षकगण, अभिभावक और गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
400 फिल्मों के साथ 102 देशों की भागीदारी
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा की पूज्य जगदीश गांधी जी ने बच्चों के मानसिक, शारीरिक और शैक्षिक विकास के लिए सीएमएस की स्थापना की थी। आज हम देख सकते हैं कि यह संस्था शिक्षा के क्षेत्र में एक उच्च कोटि का केंद्र बन चुकी है। इस फिल्म महोत्सव में 102 से अधिक देशों की 400 फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी और 300 से अधिक विद्यालयों के छात्र इसमें भाग ले रहे हैं।
बच्चों के विकास के लिए फिल्मोत्सव को बताया प्रेरणादायक
डिप्टी सीएम ने सभी विद्यालयों के प्रबंधकों और शिक्षकों से आग्रह किया कि वे बच्चों के मानसिक विकास और शैक्षिक प्रगति के लिए ऐसे आयोजनों से उन्हें जोड़ें। उन्होंने कहा कि यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक कार्यक्रम है, जो बच्चों की सफलता की दिशा में एक मजबूत कदम है। उन्होंने अंत में सभी बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए कहा की ऐसे आयोजन बच्चों के व्यक्तित्व निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं और हमें इस दिशा में निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए।
सप्ताहभर चलेगा आयोजन
इस अंतरराष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव में लखनऊ सहित देश-विदेश के विभिन्न स्कूलों से आए लगभग 3500 बच्चे भाग ले रहे हैं। यह आयोजन 7 अप्रैल से 13 अप्रैल तक चलेगा, जिसमें बच्चों के लिए प्रेरणादायक, शैक्षिक और मनोरंजक बाल फिल्में दिखाई जाएंगी। इसके साथ ही फिल्म निर्माण, अभिनय, कहानी लेखन, निर्देशन आदि से जुड़े विभिन्न सत्रों का भी आयोजन किया जाएगा ताकि बच्चों को सृजनात्मक अभिव्यक्ति के अवसर मिल सकें।
सृजनात्मक अभिव्यक्ति के लिए होंगे विशेष सत्र
CMS की संस्थापक-प्रबंधक डॉ. भारती गांधी और वरिष्ठ प्रबंधक गीता गांधी किंगडन भी इस अवसर पर उपस्थित रहीं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से बच्चों में सोचने, समझने और रचनात्मक रूप से अभिव्यक्त करने की क्षमता विकसित होती है। डॉ. भारती ने कहा की बाल फिल्में बच्चों की संवेदनशीलता, सोच और समझ को बेहतर दिशा देती हैं। CMS का उद्देश्य हमेशा से बच्चों को वैश्विक मंच देना रहा है, और यह फिल्मोत्सव उसी दिशा में एक सार्थक प्रयास है। उन्होंने बताया की इस पूरे सप्ताह के दौरान आयोजित होने वाले फिल्मोत्सव में बच्चों के मनोरंजन के साथ-साथ उन्हें जीवन-मूल्य, सामाजिक चेतना और रचनात्मकता से जोड़ने वाले विषयों पर आधारित फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी।