रामनवमी की तैयारियों का जायजा लेने अयोध्या पहुंचे डीजीपी प्रशांत कुमार
महाकुंभ के सफल आयोजन के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने रविवार को अयोध्या का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने हनुमानगढ़ी और श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में दर्शन-पूजन किया। इसके साथ ही आगामी रामनवमी महोत्सव को लेकर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मंदिर निर्माण कार्य का निरीक्षण
डीजीपी प्रशांत कुमार ने श्रीराम जन्मभूमि परिसर में चल रहे मंदिर निर्माण कार्यों की प्रगति का जायजा लिया। अधिकारियों ने उन्हें निर्माण कार्य की स्थिति, सुरक्षा मानकों और श्रद्धालुओं के लिए की जा रही व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने निर्देश दिया कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए समुचित इंतजाम किए जाएं।
रामनवमी मेले की तैयारियों पर विशेष ध्यान
रामनवमी पर्व को लेकर अयोध्या में भव्य तैयारियां की जा रही हैं। प्रशासन के अनुसार इस वर्ष रामनवमी मेले में 50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। डीजीपी ने अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा और यातायात प्रबंधन की समीक्षा की।
सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण व्यवस्था का निरीक्षण
डीजीपी ने बताया की रामनवमी मेले को शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में हैं। उन्होंने मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की स्थिति का निरीक्षण किया और निर्देश दिया कि सुरक्षा निगरानी में किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरती जाए। उन्होंने पुलिस बल की तैनाती, ट्रैफिक प्रबंधन, प्रवेश और निकासी मार्गों पर विशेष निगरानी, संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर दिशा-निर्देश दिए।
श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर विशेष जोर
डीजीपी को अधिकारियों ने श्रद्धालुओं की सुविधाओं से जुड़ी तैयारियों के बारे में जानकारी दी। पेयजल, शौचालय, चिकित्सा सुविधा, विश्राम स्थल और नियंत्रण कक्ष की व्यवस्थाओं पर भी चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो, इसके लिए सभी विभाग आपसी समन्वय बनाकर कार्य करें।
प्रशासन पूरी तरह अलर्ट
रामनवमी के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। विशेष रूप से ड्रोन कैमरों से निगरानी, संदिग्ध गतिविधियों की पहचान और आपातकालीन सेवाओं को दुरुस्त रखने पर जोर दिया जा रहा है।इस दौरान डीजीपी के साथ एसएसपी राजकरण नय्यर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।