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लखनऊ मंडलायुक्त ने उद्योग बंधु समिति की बैठक
औद्योगिक इकाइयों की समस्याओं के समाधान को लेकर मंडलीय उद्योग बंधु समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने की। इसमें औद्योगिक क्षेत्रों में जलभराव, सड़क मरम्मत और सीवरेज से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा हुई।
जलभराव की समस्या के समाधान के निर्देश
बैठक में अमौसी, सरोजनी नगर और बंथरा औद्योगिक क्षेत्रों में जलभराव की समस्या प्रमुखता से उठी। इस पर मंडलायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को शीघ्र समाधान के निर्देश दिए। जल निगम के अधिकारियों ने जानकारी दी कि इन क्षेत्रों में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का निर्माण जल्द शुरू किया जाएगा, जिससे जलभराव की समस्या को स्थायी समाधान मिल सकेगा।
सड़क चौड़ीकरण व मरम्मत पर चर्चा
बैठक में नादरगंज से रिंग रोड तक 5.7 किलोमीटर लंबी सड़क के चौड़ीकरण और मरम्मत को लेकर भी चर्चा हुई। लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारियों ने बताया कि इस सड़क के विस्तार कार्य की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है और इसे मार्च 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा। मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि औद्योगिक क्षेत्रों में बरसात से पहले सड़कों की मरम्मत और सीवर सफाई का कार्य पूरा कर लिया जाए।
औद्योगिक क्षेत्रों के हस्तांतरण की प्रक्रिया तेज करने के निर्देश
रायबरेली जिले के लालगंज, सलोन, महाराजगंज, परशदेपुर और छतोह औद्योगिक क्षेत्रों को यूपीसीडा से जिला उद्योग केंद्र को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया पर भी चर्चा हुई। अधिकारियों ने बताया कि इस संबंध में शासन को प्रस्ताव भेजा गया है और आवश्यक सूचनाएं एकत्र की जा रही हैं। मंडलायुक्त ने निर्देश दिया कि संबंधित विभाग जल्द से जल्द आवश्यक जानकारियां शासन को भेजें, जिससे प्रक्रिया को गति मिल सके।
सरकारी योजनाओं की समीक्षा
बैठक में सरकारी योजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के तहत 582 आवेदनों को स्वीकृति मिल चुकी है, जबकि 1468 करोड़ रुपये के वित्तीय लक्ष्य के मुकाबले 1597 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की जा चुकी है। वहीं, एक जनपद, एक उत्पाद (ODOP) योजना के तहत 188 लक्ष्य के सापेक्ष 135 आवेदनों को मंजूरी दी गई है।
उद्यमियों को हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन
मंडलायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि औद्योगिक विकास की गति को बनाए रखने के लिए उद्यमियों की समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाए। उन्होंने कहा कि लखनऊ प्रदेश के प्रमुख औद्योगिक जिलों में से एक है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं इसके विकास को लेकर गंभीर हैं। ऐसे में औद्योगिक क्षेत्रों की आधारभूत समस्याओं को प्राथमिकता से हल किया जाए।
अधिकारियों की उपस्थिति
बैठक में संयुक्त आयुक्त उद्योग कंचन सुबोध, यूपीसीडा के वरिष्ठ प्रबंधक राजीव कुमार, नगर निगम के सहायक आयुक्त अरुण कुमार, एनएचएआई के प्रबंधक पुनीत वर्मा, जल निगम के अधिशासी अभियंता लक्ष्मी प्रसाद सहित विभिन्न औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।