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Divisional Commissioner Dr Roshan Jacob
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। राजधानी की झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले बच्चों को शिक्षा से जोड़ने की मुहिम को लेकर सोमवार को आयुक्त कार्यालय में अहम बैठक आयोजित की गई। इस दौरान मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि मलिन बस्तियों में रहने वाले बच्चों का शीघ्रता से सर्वेक्षण कराकर उनका स्कूलों में नामांकन सुनिश्चित किया जाए।
पात्र बच्चों को किया जाए लाभान्वित
मंडलायुक्त ने कहा कि बाल सेवा योजना और बाल श्रमिक विद्या योजना जैसी कल्याणकारी योजनाओं से पात्र बच्चों को तत्काल लाभान्वित किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि दाखिले की प्रक्रिया में किसी भी स्तर पर लापरवाही मिली, तो संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।
अभिभावकों को मिलेंगे चार हजार
मंडलायुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत 0 से 18 वर्ष के बच्चों की देखभाल कर रहे पात्र अभिभावकों को प्रति माह चार हजार की सहायता प्रदान की जाती है। ऐसे सभी बच्चों को चिन्हित कर समय से योजना से जोड़ने के निर्देश दिए गए।
11 मलिन बस्तियों का सर्वेक्षण पूरा
साथ ही, उन्होंने बाल श्रमिक विद्या योजना की महत्ता पर बल देते हुए कहा कि यह योजना न केवल आर्थिक सहायता देती है, बल्कि बच्चों को श्रम से बचाकर शिक्षा के मार्ग पर अग्रसर करती है। जानकारी के अनुसार अब तक 11 मलिन बस्तियों का सर्वेक्षण पूरा हो चुका है, और संबंधित बच्चों के स्कूल नामांकन की प्रक्रिया जल्द आरंभ की जाएगी।
बस्तियों के लिए बनेगा विशेष शिक्षा कार्ययोजना
बैठक में अधिकारियों को यह भी कहा गया कि बस्तियों में शिक्षा की स्थिति, अभिभावकों का नजरिया और बच्चों की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए विस्तृत कार्ययोजना बनाई जाए। जनजागरूकता अभियान और स्थानीय लोगों के सहयोग से शिक्षा को बढ़ावा देकर सामाजिक बदलाव संभव है।