वाईबीएन नेटवर्क
Lucknow News : राजधानी लखनऊ को बाल भिक्षावृत्ति से मुक्त करने की कवायद तेज कर दी गई है। जिलाधिकारी विशाख जी ने इसके लिए गठित टीमों के काम का सत्यापन करने के लिए पॉलीटेक्निक और हजरतगंज स्थित जीपीओ चौराहे का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने बताया कि लखनऊ को बाल भिक्षावृत्ति से मुक्त कराने के लिए शहर के पांच मुख्य चौराहों की विशेष निगरानी की जा रही है। इनमें पॉलीटेक्निक, आईजीपी, अवध, जीपीओ और चारबाग चौराहे पर एएचक्यू, नगर निगम, प्रोबेशन कार्यालय की संयुक्त टीम लगाकर सिग्नल्स पर भिक्षावृत्ति करने वालों की काउंसलिंग करके समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं।
बच्चों को चिन्हित कर किया जाए ट्रैक
जिलाधिकारी सबसे पहले पॉलीटेक्निक चौराहा पहुंचे। उन्होंने निगरानी कर रही टीम से जानकारी की। एएचक्यू की टीम को निर्देश दिए कि स्थानीय पुलिस की मदद से भिक्षावृत्ति करने वाले बच्चों को ट्रेस करने में सहयोग लिया जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी सिग्नल पर भिक्षावृत्ति और सामान बेचते हुए बच्चे मिले तो उनको चिन्हित कर ट्रैक किया जाए कि वह कहां से आते हैं।
भिक्षावृत्ति पर अंकुश के निर्देश
उनके परिवारों की काउंसलिंग करते हुए उनको सरकारी की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाते हुए समाज की मुख्य धारा से जोड़ा जाए। इसके बाद जिलाधिकारी ने जीपीओ चौराहे का भी निरीक्षण किया। चौकी प्रभारी को निर्देश दिए कि उनकी टीम का पूरा सहयोग करते हुए सिग्नल पर भिक्षावृत्ति करने वालो पर अंकुश लगाया जाए।