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UP Politics : सपा दफ्तर के सामने लगा विवादित पोस्टर, लिखा- चुनाव आयोग ओढ़ ले कफन, 2027 में यूपी की सत्ता में वापसी का दावा

राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी दफ्तर के बाहर एक बार फिर ऐसा पोस्टर लगा है, जो सुर्खियों में आ गया है। इस पोस्टर के जरिये ​चुनाव आयोग को कटघरे में खड़ा करते हुए भाजपा के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया गया है।

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Deepak Yadav
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सपा दफ्तर के बाहर लगा विवाहित पोस्टर

सपा दफ्तर के बाहर लगा विवादित पोस्टर Photograph: (YBN)

वाईबीएन नेटवर्क 

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Lucknow News : राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी (सपा) दफ्तर के बाहर एक बार फिर ऐसे पोस्टर लगे हैं, जो सुर्खियों में आ गए। इसमें एक पोस्टर के जरिए ​चुनाव आयोग को कटघरे में खड़ा करते हुए भाजपा के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया गया है। इसमें सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की संसद भवन की तस्वीर है। जिसमें वो तमाम सपा सांसदों के हाथ में सफेद रंग की चादर लेकर खड़े हैं। इस चादर पर चुनाव आयोग का नाम लिखा है। वहीं एक अन्य पोस्टर में 2027 में यूपी की सत्ता में सपा की वापसी का दावा किया गया है।  

छात्र सभा के प्रदेश सचिव ने लगवाया पोस्टर
समाजवादी छात्र सभा के प्रदेश सचिव अब्दुल अजीम मंसूरी की ओर से चुनाव आयोग के खिलाफ लगाए गए इस पोस्टर के बाद सियासी माहौल गर्म हो गया है। इस पोस्ट पर पर लिखा है-'भाजपा को संरक्षण देने वाला चुनाव आयोग ये 'कफन' ओढ़ ले। इसके साथ ही इस पर लिखा गया है कि 'जिले वार कार्यक्रम चले चुनाव आयोग को कफन भेंट करें। वहीं दूसरे पोस्टर में 2027 और 2032 के चुनाव को लेकर बड़े दावे भी किए गए हैं। पोस्टर में लिखा कि 27 में आएंगे अखिलेश, 32 में भव्य अर्धकुंभ करायेंगे। 

अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग पर लगाए गंभीर आरोप
अखिलेश यादव ने भी मिल्कीपुर उपचुनाव में गड़बड़ियों का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग पर तीखा हमला किया था। सपा अध्यक्ष ने कहा कि ये भाजपा का चुनाव लड़ने का तरीका है। चुनाव आयोग मर गया है। हमें सफेद कपड़ा भेंट करना पड़ेगा। अखिलेश यादव ने इसे लेकर अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया जिसमें उन्होंने लिखा कि 'जिन सांविधानिक संस्थाओं से देश के लोकतंत्र को आशा है अगर वही निराशा को जन्म देंगे तो उनसे हम उनकी अपनी भूमिका के लिए श्वेतपत्र नहीं मांगेंगे बल्कि उन्हें श्वेतवस्त्र भेंट करेंगे।

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