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लखनऊ में अतिक्रमण बन रहा यातायात के लिए बाधा, चला नगर निगम का डंडा

लखनऊ, उत्तर प्रदेश। शहर के लिए नासूर बने ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए लखनऊ नगर निगम ने सड़कों पर अतिक्रमण के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है।

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Mohd. Arslan
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अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करती टीम Photograph: (YBN)

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता

नगर निगम लखनऊ ने शहर में लगातार बढ़ते अवैध अतिक्रमण और यातायात अवरोधों पर सख्त रुख अपनाते हुए बुधवार को एक सघन और बहुस्तरीय अभियान चलाया। यह कार्रवाई महापौर सुषमा खर्कवाल के निर्देश और नगर आयुक्त गौरव कुमार के आदेश पर की गई। अभियान का उद्देश्य प्रमुख सड़कों, सार्वजनिक स्थलों और फुटपाथों को अतिक्रमण मुक्त कर नागरिकों को सुगम और सुरक्षित यातायात उपलब्ध कराना है।

SGPGI के बाहर चला नगर निगम है हंटर

अभियान के तहत जोन-8 में अवैध अस्थायी अतिक्रमण, होल्डिंग, बैनर और पोस्टरों के विरुद्ध विशेष कार्रवाई की गई। नगर निगम जोन-8 रोस्टर के अनुसार 13 अगस्त 2025 को जोनल अधिकारी अजीत राय के नेतृत्व में राजस्व निरीक्षक देवी शंकर दुबे और 296 टीम की उपस्थिति में वृहद अभियान चलाया गया। सबसे पहले एस.जी.पी.जी.आई. से ट्रॉमा सेंटर जाने वाले मोड़ पर इंदौरी पोहा के आसपास सड़क किनारे लगे ठेले और खोमचे सहित अवैध अतिक्रमण को हटवाया गया। इसके बाद शारदा नगर प्रथम वार्ड के अंतर्गत प्रियम प्लाजा के सामने हनुमान मंदिर के आस-पास फैले अवैध अतिक्रमण और अस्थायी दुकानों को हटाया गया। इस दौरान 1 गुमटी, 1 काउंटर, 2 ठेले और 1 लोहे का स्टूल जब्त किया गया।

अतिक्रमणकारियों को दी गई चेतावनी

नगर निगम टीम ने मौके पर मौजूद दुकानदारों और राहगीरों को चेतावनी दी कि भविष्य में इन स्थलों पर पुनः अतिक्रमण न किया जाए, अन्यथा कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही स्थानीय लोगों को यह भी बताया गया कि अतिक्रमण न केवल यातायात बाधित करता है, बल्कि आपात स्थिति में एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड जैसी सेवाओं के संचालन में भी गंभीर रुकावट पैदा करता है। नगर निगम ने साफ किया है कि इस प्रकार के अभियान नियमित रूप से चलाए जाएंगे और किसी भी सूरत में अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासन का मानना है कि शहर को स्वच्छ, सुरक्षित और यातायात के लिहाज से सुगम बनाने के लिए नागरिकों का सहयोग भी उतना ही आवश्यक है जितना कि प्रशासनिक सख्ती।

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