लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
लखनऊ विश्वविद्यालय के विधि संकाय ने एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली है। ग्लोबल ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट सेंटर (GHRDC) के हाल ही में जारी लॉ इंस्टीट्यूट सर्वे 2025 में लविवि का विधि विभाग उत्तर प्रदेश में पहले स्थान पर रहा है। इसके साथ ही उत्तर भारत में दूसरे और राष्ट्रीय स्तर पर दसवें स्थान पर रहकर संस्थान ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इस वार्षिक सर्वेक्षण में देशभर के विधि संस्थानों का मूल्यांकन कई मानकों के आधार पर किया जाता है। इनमें शैक्षणिक प्रदर्शन, शोध कार्यों की गुणवत्ता, आधारभूत सुविधाएं, प्लेसमेंट की स्थिति और औद्योगिक सहयोग जैसे कारक शामिल होते हैं।
शिक्षण गुणवत्ता में सुधार का परिणाम
विधि संकाय के अधिष्ठाता प्रो. बीडी सिंह ने बताया कि इस मूल्यांकन में लविवि ने शैक्षणिक उत्कृष्टता के क्षेत्र में 203.67 अंक, शोध प्रकाशनों के लिए 160.27 अंक और प्लेसमेंट क्षेत्र में 145.47 अंक प्राप्त किए हैं। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि विश्वविद्यालय की शिक्षण प्रणाली, फैकल्टी की मेहनत और छात्रों की लगन का परिणाम है। उन्होंने यह भी बताया कि विधि संकाय ने बीते वर्षों में न केवल शिक्षण गुणवत्ता में सुधार किया है, बल्कि शोध और नवाचार की दिशा में भी प्रगति की है। विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय कानूनी शिक्षा देने के साथ-साथ उन्हें व्यवहारिक प्रशिक्षण भी दिया जाता है, जिससे वे बेहतर करियर की ओर अग्रसर हो सकें।
नवाचार के क्षेत्र में बनाएंगे पहचान
कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने संकाय के शिक्षकों और विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने कहा यह सम्मान लविवि की शिक्षण परंपरा, शोध की निरंतरता और विद्यार्थियों के समग्र विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। विश्वविद्यालय भविष्य में भी उच्च स्तरीय शिक्षा और नवाचार के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाए रखने के लिए कृतसंकल्प है।