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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय Photograph: (YBN)
यूपी के फतेहपुर में कल एक मकबरे पर तोड़फोड़ के बाद तनाव फैल गया। हिंदू संगठनों द्वारा मकबरे को मंदिर बताकर पूजा अर्चना की कोशिश की गई थी, जिसके बाद फसाद हुआ। इस पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सरकार की कार्यशैली और पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़ा किया है।
योगी सरकार की लापरवाही के चलते हुई घटना
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय ने फतेहपुर घटना को योगी सरकार की लापरवाही बताते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश का फतेहपुर दोआब के नाम से जाना जाता है। फतेहपुर गंगा जमुनी तहजीब के लिए देशभर में मशहूर है। यहां तक 1992 में बाबरी विध्वंस के दौरान जब पूरा देश हिंदू मुसलमान के नाम पर लड़ रहा था तब भी फतेहपुर ने अपनी गंगा जमुनी तहजीब को बरकरार रखा और फतेहपुर को बचाया था। लेकिन आज भाजपा के नेताओं ने सत्ता की हनक और पुलिस के संरक्षण के दम पर उसी फतेहपुर की गंगा जमुनी तहजीब पर एक दंश लगाने का काम किया है।
भाजपा जिलाध्यक्ष पर पहले क्यों नहीं हुई कार्रवाई
अजय राय ने कहा कि जब पुलिस प्रशासन को मामले की जानकारी थी फतेहपुर भाजपा जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल द्वारा वीडियो और प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से लोगों से मकबरे को तोड़ने के लिए भीड़ का आह्वान किया जा रहा था तभी पुलिस प्रशासन द्वारा भाजपा नेता मुखलाल पाल के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की? अगर वक्त रहते पुलिस प्रशासन ने भाजपा नेता की खिलाफ कार्रवाई की होती तो फतेहपुर का अमन-चैन कायम रहता।
मकबरे की 11 बीघा ज़मीन पर हिंदू संगठनों की बुरी नज़र
राय ने कहा कि योगी सरकार जीरो टॉलरेंस नीति का दावा करती है तो क्या यही जीरो टॉलरेंस है? जो उनकी पार्टी के जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल, पूर्व विधायक विक्रम सिंह तमाम संगठनों को लेकर फतेहपुर को दंगों की आग में झोंकना चाहते थे। बीजेपी के इन तथाकथित नेताओं की नज़र मकबरे के नाम पर दर्ज 11 बीघा की बेशकीमती जमीन पर है जिसे बीजेपी संरक्षित भू-माफिया कब्जा करके प्लाटिंग करना चाहते हैं।
गिरफ्तारी नहीं होने पर प्रशासन पर खड़े हुए सवाल
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि फतेहपुर पुलिस प्रशासन की विफलता पूरे देश ने देखा है कि कैसे पुलिस की मौजूदगी में दंगाई मकबरे तक पहुंचे और पुलिस की मिलीभगत से तोड़फोड़ की गई। भाजपा हताश है फतेहपुर में लगातार अपनी हार से पहले विधानसभा हारी फिर चेयरमैनी फिर सांसदी तो लगातार हार से हताश है इसलिए माहौल खराब करके हिदू-मुस्लिम के बीच एक खाई पैदा करने की कोशिश की है। 24 घंटे से ज्यादा का समय बीत गया है लेकिन अभी तक पुलिस प्रशासन ने किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की हैं। फतेहपुर पुलिस प्रशासन भाजपा के दबाव में काम कर रहा है जिससे की आरोपियों को बचाया जा सके।