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KGMU में आग से मचा हड़कंप
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में रविवार शाम करीब चार बजे के आस पास अचानक आग लगने से हड़कंप मच गया। आग गांधी वार्ड नंबर-1 और न्यूरोलॉजी विभाग के बीच रखे सामान में लगी। देखते ही देखते धुआं पूरे परिसर में फैल गया, जिससे मरीजों और तीमारदारों में अफरा-तफरी मच गई। जैसे ही आग लगने की सूचना मिली, केजीएमयू के कर्मचारियों ने फायर हाइड्रेंट का इस्तेमाल करने की कोशिश की, लेकिन उसमें पानी का प्रेशर नहीं था। इससे आग को तुरंत बुझाने में मुश्किल आई। हालांकि, दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची और 25 मिनट आग पर नियंत्रण पा लिया। गनीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन यह घटना चिकित्सा संस्थान की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर रही है।
फायर सेफ्टी सिस्टम की खुली पोल
केजीएमयू जैसे बड़े अस्पताल में फायर सेफ्टी के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए। लेकिन इस घटना ने सुरक्षा उपायों की पोल खोल दी। आग लगने पर जब पानी की जरूरत पड़ी, तो हाइड्रेंट सिस्टम में प्रेशर ही नहीं था। अगर दमकल की गाड़ियां समय पर न पहुंचतीं, तो स्थिति भयावह हो सकती थी। अस्पताल प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। यह पता लगाया जाएगा कि आग लगने की वजह क्या थी और फायर सेफ्टी सिस्टम क्यों फेल हुआ। इसके लिए जल्द ही एक जांच कमेटी गठित की जाएगी, जो पूरे मामले की रिपोर्ट तैयार करेगी।
अस्पताल में सुरक्षा पर उठे सवाल
इस घटना ने अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा उपायों को लेकर एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। KGMU में हर दिन हजारों मरीज आते हैं, ऐसे में फायर सेफ्टी सिस्टम का सही से काम न करना एक गंभीर लापरवाही मानी जा रही है। अब देखने वाली बात होगी कि जांच के बाद प्रशासन क्या कदम उठाता है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या इंतजाम किए जाते हैं।