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Lucknow University : राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 26वें शैक्षिक फिल्म फेस्टिवल का किया आगाज, बोलीं-डिजिटल शिक्षा की ओर बढ़ रहा भारत

लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में गुरुवार को 26वें यूजीसी-सीईसी एजुकेशनल फिल्म फेस्टिवल का शुभारंभ हुआ। तीन दिवसीय इस आयोजन का उद्घाटन उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किया।

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Abhishek Mishra
26वें यूजीसी-सीईसी एजुकेशनल फिल्म फेस्टिवल का शुभारंभ

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने एजुकेशनल फिल्म फेस्टिवल का किया उद्घाटन

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता

लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में गुरुवार को 26वें यूजीसी-सीईसी एजुकेशनल फिल्म फेस्टिवल का शुभारंभ हुआ। तीन दिवसीय इस आयोजन का उद्घाटन उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किया। कार्यक्रम में लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय, सीईसी के निदेशक प्रो. जेबी नड्डा और ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. सुनील मेहरू सहित कई गणमान्य अतिथि मौजूद रहे। समारोह की शुरुआत राष्ट्रगान से हुई, जिसके बाद डीन एकेडमिक प्रो. गीतांजलि मिश्रा ने अतिथियों का स्वागत किया।

डिजिटल मीडिया और मातृभाषा पर जोर

कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने डिजिटल मीडिया और शैक्षिक फिल्मों की बढ़ती उपयोगिता पर ध्यान केंद्रित करते हुए कहा की भारत तेजी से डिजिटल शिक्षा की ओर बढ़ रहा है, और फिल्में इस दिशा में प्रभावी भूमिका निभा सकती हैं। उन्होंने विशेष रूप से प्राथमिक शिक्षा में मातृभाषा को बढ़ावा देने की जरूरत पर जोर दिया।

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तकनीक से शिक्षा को मिलेगा नया आयाम

सीईसी के निदेशक प्रो. जेबी नड्डा ने शिक्षा के क्षेत्र में तकनीक के बढ़ते प्रभाव पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि शैक्षिक फिल्मों का उपयोग देश के हर कोने तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुंचाने के लिए किया जा सकता है। उन्होंने नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत उपलब्ध मूक (MOOC) कोर्सेज की जानकारी भी दी, जो स्वयम पोर्टल पर मुफ्त उपलब्ध हैं।

डिजिटल लर्निंग को लेकर कुलपति का दृष्टिकोण

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लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने विश्वविद्यालय को इस महोत्सव की मेजबानी करने का अवसर मिलने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है और शिक्षा में तकनीकी नवाचारों को अपनाने की दिशा में काम कर रहा है।

फेस्टिवल में दिखाई जाएंगी 18 पुरस्कार विजेता फिल्में

तीन दिवसीय इस फिल्म फेस्टिवल में कुल 18 पुरस्कार प्राप्त शैक्षिक फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। ये फिल्में शिक्षा, पर्यावरण, मानवाधिकार, स्वच्छता और सामाजिक विकास जैसे विषयों पर केंद्रित होंगी। यह महोत्सव 22 मार्च 2025 तक चलेगा और शिक्षा जगत के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन माना जा रहा है।

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