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Health News : होली पर हर आपात स्थिति से निपटने को स्वास्थ्य विभाग तैयार, डॉक्टरों व कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त

होली का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। ऐसे में होली को सकुशल सम्पन्न कराने को लेकर पुलिस से लेकर स्वास्थ विभाग ने कमर कस लिया है। होली पर विवाद व हादसे होने का खतरा अधिक रहता है। इसी को देखते ही सरकारी अस्पालों में विशेष इंतजाम किये गये है।

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Shishir Patel
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फाइल फोटो

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता

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होली का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। ऐसे में होली को सकुशल सम्पन्न कराने को लेकर पुलिस से लेकर स्वास्थ विभाग ने कमर कस लिया है। होली पर विवाद व हादसे होने का खतरा अधिक रहता है। इसी को देखते ही सरकारी अस्पालों में विशेष इंतजाम किये गये है। चिकित्सकों व कर्मचारियों के अवकाश को निरस्त करते हुए शिफ्ट वार चौबीस घंटे इमरजेंसी में डॉक्टर व कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है। अस्पतालों में अलग से बेड रिजर्व करने के साथ-साथ दवाओं की उपलब्धता कराने का दावा किया जा रहा है। सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था को चुस्त और दुरूस्त रखने के लिए स्वास्थ्य महानिदेशक की तरफ से भी निर्देश जारी किया जा चुका है। 

हर समय खुली रहेगी इमरजेंसी 

होली पर्व एक ऐसा त्योहार है इसमें युवाओं से लगाकर सभी वर्ग आयु में उत्साह और उमंग देखने को मिलता है। जिसमें होलिका दहन होते ही रंग ग़ुलाल, अबीर लेकर एक दूसरे को लगाकर होली रंगोंत्सव की बधाई देते हुए गले मिलते हैं। वहीं इस पर्व को आपसी सौहार्द व खुशिहाली के साथ मनाने के लिए डॉक्टरों ने भी अपील की है। बुधवार को होली रंगोंत्सव को लेकर सभी छोटे बड़े चिकित्सा संस्थानों से व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली।सभी ने बताया कि उनके यहां हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी है। चिकित्सक व कर्मचारी चौबीस घंटे इमरजेंसी में उपलब्ध रहेंगे। 

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डा. राम मनोहर लोहिया अस्पताल व ट्रामा सेंटर में बेड रिजर्व 

डा. राम मनोहर लोहिया अस्पताल व ट्रामा सेंटर में होली को लेकर बेड रिजर्व कर दिये गए है। त्वचा, आंख, एलर्जी समेत कई विशेषज्ञ चिकित्सकों की शिफ्टवार ड्यूटी लगा दी गई है। चूंकी होली पर त्वचा, आंख व एलर्जी की समस्या को लेकर सबसे ज्यादा लोग आते है। इतना ही नहीं इन अस्पतालों में आपात कालीन व्यवस्था से निपटने के लिए हर तरीके से व्यवस्था कर दी गई है। इन अस्पतालों अन्य विशेषज्ञों की जरूरत होने पर उन्हें ऑन कॉल बुलाया जाएगा, ताकि मरीजों को इलाज मिल सके।

सीएचसी व पीएचसी पर दवा के पुख्ता इंतजाम : सीएमओ 

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 मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एनबी सिंह से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की सभी तैयारियां अलर्ट मोड में हैं, होली पर्व को लेकर डॉक्टरों व हेल्थ कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई है। उन्होंने बताया कि सीएमओ ऑफिस का 24 घंटे कंट्रोल रूम हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिया गया है। जिसमें 0522-2622080 पर सम्पर्क कर मदद ली जा सकती है।जिसमें 108,102 एम्बुलेंस मरीजों की सेवा में उपलब्ध हैं, सभी सीएचसी- पीएचसी अलर्ट मोड में हैं। मरीजों को इलाज से सम्बंधित असुविधा का सामना न करना पड़े, इसके लिए प्रयासरत हैं।

सभी अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखने का डिप्टी सीएम ने दिया निर्देश 

उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने भी होली के त्योहार को देखते हुए पूरे प्रदेश में चिकित्सा अधिकारियों और जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सभी अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा जाए और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें। अस्पतालों में डॉक्टरों और कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त कर दी गई हैं। अस्पतालों में सारी व्यवस्थाएं सुनिश्चित रहेंगी। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। होली पर कहीं भी कोई अप्रिय घटना घट सकती है। इसलिए चिकित्सक व कर्मचारी चौबीस घंटे अस्पताल में मुस्तैद रहे। 

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इन अस्पतालों ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर 

लोकबंधु में दस बेड, सिविल अस्पताल में दस बेड, बलरामपुर में दस बेड, ठाकुरगंज संयुक्त चिकित्सालय में सात बेड, राम सागर मिश्र में बीस बेड, लोहिया संस्थान में बीस बेड, ट्रामा सेंटर में आठ बेड रिजर्व किया गया है। लोकबुंध,लोहिया , बलरामपुर समेत कई अस्पतालों ने अपना हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। आपात काल की स्थिति में लोहिया संस्थान में 0522-6692000, लोकबंधु में 0522-2421146,बलरामपुर में 9118455570,केजीएमयू (ट्रॉमा सेंटर) में 9453004209,सिविल में 0522-4027511इन नंबरों पर आपात कालीन स्थिति में फोन किया जा सकता है। 

त्योहार को कुछ इस तरह मनाये कि अस्पताल न आना पड़े:प्रो. केके सिंह 

केजीएमयू प्रवक्ता प्रो. केके सिंह ने प्रदेश वासियों से अपील करते हुए कहा कि होली पर्व आपसी भाईचारे के त्योहार को कुछ इस तरह मनाये कि अस्पताल न आना पड़े। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी सेवा 24 घंटे उपलब्ध है। वैसे भी जरुरत पड़ने पर अतिरिक्त 30 बेड रिजर्व में रखे गए। डॉ सिंह ने कहा कि इसके अलावा अन्य विभागों में भी बेड बढ़ाए गए। जिससे मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। वहीं एसजीपीजीआई मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. देवेंद्र गुप्ता ने बताया कि संस्थान कि इमरजेंसी सेवा बेडो कि संख्या पारदर्शी है सभी कंप्यूटर पर देखें जा सकते हैं। साथ ही होली पर्व को लेकर स्ट्रेचर व्यवस्था को बढ़ाया गया है, जिससे मरीज को त्वरित इलाज मिल सके।

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