लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। उत्तर प्रदेश के उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग ने अपनी स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने पर भव्य समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर राजधानी लखनऊ स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में सोमवार को प्रथम औद्योगिक उन्नयन संगोष्ठी का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम का उद्घाटन उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने किया। उनके साथ राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह भी उपस्थित रहे। समारोह में विभाग के विकास कार्यों में योगदान देने वाले 50 सेवानिवृत्त अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ-साथ 50 प्रगतिशील बागवानों को सम्मानित किया गया।
भ्रष्टाचार रूपी दानव का दहन जरूरी
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने उद्यान विभाग की वर्षगांठ पर आयोजित संगोष्ठी में सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचार मुक्त भारत और भ्रष्टाचार मुक्त उत्तर प्रदेश बनाने का संकल्प लिया गया है, किसानों की आय बढ़ाने का लक्ष्य तय किया गया है, तो भ्रष्टाचार रूपी दानव का दहन करना अनिवार्य हो गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार ने विभिन्न योजनाएं चलाई हैं जिनका लाभ किसानों को उठाना चाहिए। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे सरकारी कार्यक्रमों और योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ लें ताकि उनकी आय में वृद्धि हो और कृषि क्षेत्र में मजबूती आ सके। प्रदेश सरकार किसानों के हितों के प्रति प्रतिबद्ध है और विकास कार्यों में पारदर्शिता लाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
उपलब्धियों का किया गया प्रदर्शन
उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के निदेशक डॉ. वीबी द्विवेदी ने बताया कि संगोष्ठी के माध्यम से विभाग की बीते पांच दशकों की उपलब्धियों और विकास योजनाओं को प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम को विशेष बनाने के लिए कई नई पहल भी की गईं। उन्होंने ने बताया कि विभाग ने पिछले पचास वर्षों में किसानों की आय बढ़ाने, फसलों की गुणवत्ता सुधारने और कृषि नवाचार को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई है। सब्जी, फल, फूल और औषधीय फसलों के उत्पादन के क्षेत्र में भी विभाग ने उल्लेखनीय प्रगति की है। विभाग के निदेशक ने कहा की विभाग के संचालित योजनाओं के माध्यम से किसानों और बागवानों की फसलें सीधे बाजारों तक पहुंच रही हैं। इसके साथ ही प्रसंस्करण, भंडारण और विपणन सुविधाओं के विकास ने किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने में सहायता की है।