लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (IET) लखनऊ में गुरुवार को बियोंड इंजीनियरिंग: डिस्कवर द पावर ऑफ डिजाइन थिंकिंग विषय पर एक प्रेरणादायक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को डिजाइन थिंकिंग की अवधारणाओं से परिचित कराना और नवाचार के प्रति उनके दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करना रहा।
छात्रों को नवाचार की ओर बढ़ने की प्रेरणा
कार्यशाला का उद्घाटन संस्थान के निदेशक प्रो. विनीत कंसल ने किया। उन्होंने छात्रों को डिजाइन थिंकिंग में छिपी संभावनाओं को समझने और नवाचार के माध्यम से अपने भविष्य को दिशा देने के लिए प्रेरित किया। इनक्यूबेशन सेंटर की इंचार्ज प्रो. सीतालक्ष्मी ने छात्रों को इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स पर काम करने और नवीन सोच विकसित करने की सलाह दी।
कॉलेज से लेकर गूगल तक की प्रेरक कहानी
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता रहीं आईईटी की पूर्व छात्रा और वर्तमान में गूगल में UX डिजाइनर के रूप में कार्यरत कशिश पंजवानी। उन्होंने छात्रों के साथ अपने करियर की प्रेरणादायक यात्रा साझा की। सिविल इंजीनियरिंग से शुरुआत कर डिजाइन क्षेत्र तक का उनका सफर, कॉलेज के दिनों में क्लब गतिविधियों और खुद के शुरू किए गए अभिव्यक्ति क्लब से होते हुए आईआईटी बॉम्बे के मास्टर्स इन डिजाइन तक पहुंचा। उन्होंने बताया कि The Design of Everyday Things जैसी किताबों ने उनकी सोच में बदलाव लाया।
UX डिजाइन के सिद्धांतों पर व्यावहारिक जानकारी
सत्र में कशिश ने UX डिजाइन की विभिन्न अवधारणाओं को भी सरल उदाहरणों के माध्यम से समझाया। इनमें Fitts Law, Miller’s Law, Hick’s Law, Signifiers और Affordances जैसे सिद्धांत शामिल रहे। कार्यशाला के अंतिम चरण में एक इंटरैक्टिव डिजाइन गतिविधि का आयोजन हुआ, जिसमें छात्रों ने समूहों में मिलकर समस्याओं की पहचान की और उनके रचनात्मक समाधान प्रस्तुत किए। इस गतिविधि ने डिजाइन थिंकिंग की व्यावहारिक समझ को और भी मजबूत किया।
डिजाइन थिंकिंग पर इंटरैक्टिव गतिविधि
कार्यक्रम के समापन पर इनक्यूबेशन सेंटर के डिप्टी इंचार्ज डॉ. पुष्कर त्रिपाठी ने कशिश पंजवानी व सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कशिश को युवाओं के लिए प्रेरणा बताते हुए छात्रों को नए प्रयोग करने और अपने जुनून के पीछे ईमानदारी से काम करने का संदेश दिया। कार्यक्रम का संचालन अदीब उद्दीन अहमद ने किया जबकि आयोजन को सफल बनाने में इनक्यूबेशन सेंटर के मैनेजर संदीप कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका रही।