लखनऊ वाईबीएन संवाददाता। राष्ट्रीय अपनी जनता पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की गलत नीतियों से देश में महंगाई चरम सीमा पर पहुंच गई है और बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है। मौर्य ने कहा कि सरकारी भर्तियों पर लगभग रोक लगा दी गई है। इससे आरक्षण की प्रासंगिकता भी समाप्त होती जा रही है। जब कभी कोई भर्ती निकलती है तो उसमें आरक्षण नीति का पालन नहीं होता।
गन्ना किसानों और शिक्षा व्यवस्था पर भी उठाए सवाल
स्वामी प्रसाद मौर्या ने शुक्रवार को अपने आवास पर प्रेसवार्ता कर कहा कि अभी तक न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की घोषणा नहीं होने से किसान संकट में हैं। ऊपर से छुट्टा जानवर किसानों की फसलें बर्बाद कर रहे हैं। गन्ना किसानों की समस्याएं पिछले तीन सालों से जस की तस बनी हुई हैं। वहीं शिक्षा की बढ़ती लागत ने गरीब और मध्यम वर्ग के बच्चों के लिए उच्च शिक्षा को सपना बना दिया है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक समुदायों को जातीय उत्पीड़न, फर्जी मुकदमों और हिंसा का सामना करना पड़ रहा है। सरकार इन गंभीर मामलों को नजरअंदाज कर हिन्दू-मुस्लिम, मंदिर-मस्जिद के मुद्दों को हवा देकर जनता को उलझा रही है।
कर्नल सोफिया पर मंत्री विजय शाह के बयान की निंदा
मौर्या ने मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया पर दिए गए बयान की कड़ी आलोचना की और उसे घोर निंदनीय बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे बयानों से समाज में नफरत फैलती है और सरकार और कानून को इस पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।
बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग
पूर्व मंत्री मौर्य ने संसद में तेंगोल की स्थापना को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया और कहा कि सरकार राजशाही के रास्ते पर चल रही है। उन्होंने ईवीएम को लेकर भी सवाल उठाए और कहा कि अब जनता का भरोसा ईवीएम पर से उठ गया है। उन्होंने बताया कि कई पाश्चात्य देशों में ईवीएम को हटा दिया गया है और वहां दोबारा बैलेट पेपर से मतदान शुरू हो गया है। भारत में भी बैलेट पेपर से मतदान कराना आवश्यक हो गया है ताकि लोकतंत्र को सुरक्षित रखा जा सके।