लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
पूरे देश में 13 फरवरी को शबे बरात मनाई जाएगी। शबे बरात से पहले लखनऊ में इस्लामिक सेन्टर ऑफ इंडिया ने मुसलमानों के लिए एडवायजरी जारी की है। इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के चेयरमैन और वरिष्ठ मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने सभी मुसलमानों से इस एडवाइजरी का पालन करने और शबे बरात पर फुजूल कामों से बचने की अपील की है।
इबादत की रात है शबे बरात
इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया फरंगी महल के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली और इमाम ईदगाह लखनऊ की अध्यक्षता में इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया में एक अहम् मीटिंग शबे बरात के सम्बन्ध में आयोजित हुई। इस मौके पर मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि शबे बरात एक नूरानी और बरकत वाली रात है। इस अवसर पर खूब इबादत की जाती है, नफली नमाजें पढ़ी जाती हैं, कुरान पाक की तिलावत की जाती है विर्द और वजीफे पढ़े जाते हैं। इसके साथ ही अपने लिए और दूसरों के लिए दुआयें मॉगी जाती हैं, सदका और खैरात का एहतिमाम भी होता है।
गरीबों में दान देने को बताया अहम अमल
मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि कब्रस्तिानों में जाकर अपने रिश्तेदारों और अन्य मरहूम के लिए मगफिरत की दुआ की जाती हैं और अगले दिन नफली रोजा रखा जाता है। मौलाना ने कहा कि शबे बरात बहुत फजीलत वाली रात है। इस रात में बन्दों की उम्र, रोजी, सेहत और जिन्दगी को निर्धारित किया जाता है। इस में खुदा पाक के वह बन्दे जो उससे अपने गुनाहों की मॉफी मॉगते हैं, गलत कामों से तौबा करते है, अपने लिए खैर व बरकत, मगफिरत व रहमत की दुआयें मॉगते हैं, उनका रहीम व करीम आका व मालिक दुआओं को कुबूल करता है। मौलाना ने कहा कि पन्द्रहवीं शब को नमाज़ पढ़ना और दिन को रोजा रखना मसनून है। उन्होंने बताया कि हदीस में आया है कि खुदा पाक इस शब में आसमान दुनिया पर गुरूबे आफताब से सुबह सादिक तक तजल्ली फरमाता है और इरशाद होता है कि जो शख्स अपने गुनाहों को बखशवाना चाहता हो वह आये, मैं उसके गुनाहों को बख्श दूँगा। जो शख्स रिज्क हासिल करना चाहे मैं उसको रोजी दूँगा जो किसी मुसीबत में हो उसकी मुसीबत को दूर करूंगा।
इन बिन्दुओं पर आधारित एडवायजरी जारी
1- शबे बरात जो कि इस साल 13 फरवरी 2025 को है इस अवसर पर मुसलमान अपने मरहूम रिश्तेदारों के ईसाले सवाब के लिए कब्रिस्तान जाते हैं, इस लिए इस बात का विशेष ख्याल रखें कि पार्किंग के लिए जो स्थान निर्धारित हैं वहीं पर अपनी गाड़ी पार्क करें ताकि लोगों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो।
2- शाबान का पूरा महीना फजीलतों का है। इस लिए सदके और खैरात का अधिक से अधिक एहतिमाम करें।
3- शबे बरात इबादत की रात है। इसमें सिर्फ इबादत ही करें और किसी भी प्रकार की आतिशबाजी ना करें।
4- इस मुबारक रात में मोटर साइकिल स्टंट बिलकुल न करें और दूसरे फुजूल कामों से बचें।
5- इस रात में अपने घर वालों के साथ साथ पूरे देश की हिफाजत, उन्नति, शान्ति, अमन व अमान के लिए दुआ करें।
6- इस अवसर पर भी जरूरतमंदो, गरीबों और बीमारों की सहायता करके अपने मरहूमों को सवाब पहुंचायें।
7- 15 शाबान मुताबिक 14 फरवरी 2025 को रोजे का विशेष एहतिमाम करें