लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
नगर निगम के जोन एक में जगदीश चंद्र वार्ड में वालाकदर रोड पर बेवजह इंटरलॉकिंग को उखाड़कर दोबारा नई लगाए जाने का मामला सामने आया था। नगर आयुक्त ने इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए सम्बंधित क्षेत्र के जेई के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा है। महापौर सुषमा खर्कवाल को 20 जनवरी को स्थानीय लोगों ने फोन पर सूचना दी थी कि वालाकदर रोड पर लगी इंटरलॉकिंग को उखाड़ कर दोबारा नई लगाई जा रही है। जो टाइल्स उखाड़ी जा रही है वह बिल्कुल ठीक है।
नगर आयुक्त को सौंपी थी मामले की जांच
महापौर तत्काल मौके पर पहुंची और इंटरलॉकिंग की उखाड़ी गई टाइल्स को देख कर भड़क गईं। उन्होंने काम को तुरंत रुकवा दिया और अपर नगर आयुक्त ललित कुमार और मुख्य अभियंता महेश चंद्र वर्मा को मौके पर तलब किया। जानना चाहा कि जब इंटरलॉकिंग ठीक है तब इसे उखाड़ कर नया लगा कर पैसा क्यों बर्बाद किया जा रहा। इसका जवाब दोनों के पास नहीं था। सम्बंधित क्षेत्र के जेई ने भी अनभिज्ञता जताई। तब महापौर ने मामले की जांच करवा कर दोषियों पर कार्रवाई के लिए नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह को निर्देश दिया।
जेई की लापरवाही मानी गई
नगर आयुक्त ने बताया कि महापौर के निर्देश पर जांच अपर नगर आयुक्त ललित कुमार से करवाई गई। जांच में यह स्पष्ट नहीं हो सका कि काम कौन करा रहा था। सम्बंधित जेई की लापरवाही मानी गई। उनके क्षेत्र में बिना उनकी जानकारी के कैसे काम चल रहा था। नगर आयुक्त ने बताया कि जांच रिपोर्ट मिलने के बाद जेई के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़ी निगरानी रखी जाएगी।