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डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय दिव्यांग छात्र-छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रहा है। आगामी शैक्षणिक सत्र से इन विद्यार्थियों के लिए रोजगार की संभावनाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विशेष योजनाएं लागू की जाएंगी।
दोगुनी होगी नौकरी पाने वाले छात्रों की संख्या
विश्वविद्यालय प्रशासन ने जानकारी दी कि छात्रों की योग्यता के अनुरूप देश-विदेश की मल्टीनेशनल कंपनियों में रोजगार उपलब्ध कराने की प्रक्रिया को तेज किया जा रहा है। पिछली बार 24 दिव्यांग छात्रों को निजी क्षेत्र की कंपनियों में सफलतापूर्वक नौकरी मिली थी, जबकि इस बार लक्ष्य है कि यह संख्या दोगुनी हो।
कैरियर काउंसिलिंग की विशेष व्यवस्था
इसके अतिरिक्त, दिव्यांग छात्रों के लिए कैरियर काउंसिलिंग की विशेष व्यवस्था भी शुरू की जाएगी। कंपनियों को छात्रों के कौशल और योग्यता की संपूर्ण जानकारी दी जाएगी, जिससे वे अपनी आवश्यकता के अनुसार छात्रों का चयन कर सकें।
प्रतिष्ठित कंपनियों को किया जाएगा आमंत्रित
नए सत्र से विश्वविद्यालय के कैंपस प्लेसमेंट सेल को और मजबूत किया जा रहा है। प्रतिष्ठित कंपनियों को आमंत्रित कर ऐसे अवसर प्रदान किए जाएंगे, जहां विद्यार्थियों को बेहतर वार्षिक पैकेज मिल सके। अब तक किसी छात्र को सबसे अधिक 12.16 लाख रुपये सालाना का पैकेज मिला है, जिसमें एमबीए और बीटेक के छात्रों को खास लाभ हुआ है।
इतने छात्रों को पहले ही मिल चुका है रोजगार
प्रवक्ता प्रो. यशवंत वीरोदय ने बताया कि बीते वर्ष कुल 567 छात्रों को विभिन्न कंपनियों में रोजगार मिला था। इस बार यह आंकड़ा दोगुना करने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय का लक्ष्य है कि और अधिक मल्टीनेशनल कंपनियों को कैंपस ड्राइव से जोड़ा जाए, जिससे छात्रों को उज्जवल भविष्य की राह मिल सके।