Advertisment

LDA को सौंपी गई JPNIC जिम्मेदारी, भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद था संचालन, जल्द होगा शुरू

वर्ष 2017 में प्रदेश में सरकार बदलने के बाद इस परियोजना पर वित्तीय गड़बड़ियों के आरोप लगे। आवास राज्य मंत्री सुरेश पासी के लगाए गए आरोपों के बाद जांच के आदेश हुए और सेंटर को बंद कर दिया गया।

author-image
Abhishek Mishra
JPNIC responsibility handed over LDA

एलडीए को जेपीएनआईसी के संचालन की जिम्मेदारी

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

लखनऊ वाईबीएन संवाददाता। करीब आठ सालों से बंद पड़ी लखनऊ की बहुचर्चित परियोजना जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपीएनआईसी) को अब दोबारा शुरू करने की तैयारी तेज हो गई है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस सेंटर का संचालन और रखरखाव लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) को सौंपने का निर्णय लिया है। एलडीए इसे इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान की तर्ज पर संचालित करेगा। एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने पुष्टि करते हुए बताया कि सरकार से हैंडओवर की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और जल्द ही इसके लिए कार्य योजना तैयार कर संचालन शुरू किया जाएगा।

Advertisment

2013 में शुरू हुआ था निर्माण कार्य

जेपीएनआईसी को एक बहुउद्देश्यीय सम्मेलन केंद्र के रूप में वर्ष 2013 में विकसित किया गया था। करीब 18.6 एकड़ में फैली इस परियोजना पर अब तक करीब 813 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। अक्टूबर 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया था, जिसमें ओलंपिक साइज का इनडोर स्विमिंग पूल और मल्टीपर्पज कोर्ट शामिल थे। लेकिन कुछ ही समय बाद यह परिसर बंद कर दिया गया।

भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद रुका संचालन

Advertisment

पूर्व में इस परियोजना को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर लीज पर देने की योजना थी, जिसके तहत लगभग 100 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव तैयार किया गया था, लेकिन इसे मंजूरी नहीं मिल सकी। स्वीकृत बजट को पहले 864 करोड़ से बढ़ाकर 920 करोड़ रुपये किया गया था। वर्ष 2017 में प्रदेश में सरकार बदलने के बाद इस परियोजना पर वित्तीय गड़बड़ियों के आरोप लगे। आवास राज्य मंत्री सुरेश पासी के लगाए गए आरोपों के बाद जांच के आदेश हुए और सेंटर को बंद कर दिया गया।

खराब हो गईं करोड़ों की मशीनें

एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया की लंबे समय तक बंद रहने के कारण सेंटर की अधिकांश सुविधाएं खस्ताहाल में जा चुकी हैं। एयर कंडीशनिंग, लिफ्ट, एस्केलेटर, विद्युत व्यवस्था और अन्य तंत्र खराब हो चुके हैं। अधिकारियों के मुताबिक, केवल रखरखाव और मरम्मत पर ही करीब 70 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है।

Advertisment

क्या है जेपीएनआईसी की खासियत

जेपीएनआईसी में दो हजार लोगों की क्षमता वाला विशाल कन्वेंशन हॉल, 107 कमरों का लग्जरी होटल, स्पा, सैलून, रेस्त्रां, जिम, टेनिस-बैडमिंटन-स्क्वैश कोर्ट, डाइविंग पूल, मल्टीलेवल पार्किंग और जयप्रकाश नारायण के जीवन पर आधारित संग्रहालय है। 19 मंजिला इमारत में हेलीपैड और ओपन एयर रेस्त्रां भी बनाया गया है।

Advertisment
Advertisment