लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून को लेकर हुई हिंसा के विरोध में शुक्रवार को लखनऊ में करणी सेना ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पुतला फूंका और उन्हें हिन्दू विरोधी मानसिकता का प्रतीक बताया।हजरतगंज स्थित भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मुख्यालय के पास हुए इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में करणी सेना के कार्यकर्ता शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने ममता बनर्जी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पश्चिम बंगाल सरकार पर तुष्टीकरण की राजनीति का आरोप लगाया।
ममता बनर्जी का पुतला जलाया
आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री ममता का पुतला जूतों से रौंदा और फिर उसमें आग लगा दी। मौके पर मौजूद पुलिस बल ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पानी डालकर आग बुझाई और स्थिति को नियंत्रण में लिया। करणी सेना के पदाधिकारियों ने कहा कि मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा हिन्दू समाज के खिलाफ सुनियोजित हमला है। उन्होंने ममता बनर्जी की सरकार पर हिन्दू विरोधी नीतियां अपनाने का आरोप लगाया और मांग की कि केंद्र सरकार इस मामले में सख्त कदम उठाए।
असुरक्षा की स्थिति पैदा कर रही ममता सरकार
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि ममता बनर्जी ने हमारे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिए थे। जो उनकी सरकार की सोच को दर्शाता है। प्रदर्शनकारियों ने पश्चिम बंगाल में हाल ही में हिंदुओं पर हुए हमले की भी निंदा की और कहा कि इस हिंसा का विरोध करना उनका कर्तव्य है। उन्होंने ममता सरकार पर आरोप लगाया कि वह राज्य में असुरक्षा की स्थिति पैदा कर रही है।
व्यापक आंदोलन की चेतावनी
करणी सेना ने भारत सरकार से मांग की कि उन्हें बंगाल भेजने के लिए एक अवसर दिया जाए, ताकि वे वहां के हालात को सुधार सकें। एक पदाधिकारी ने कहा की हम पूरी तरह से तैयार हैं, हमें बस एक मौका दिया जाए, और हम बंगाल में जाकर वहां की स्थिति सुधारने के लिए काम करेंगे। संगठन ने चेतावनी दी कि अगर बंगाल में हिन्दू समाज के खिलाफ जारी अत्याचार नहीं रुके, तो देशभर में व्यापक स्तर पर आंदोलन शुरू किया जाएगा।