लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री रहे स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि के अवसर पर आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी की शुरुआत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय द्वारा जननायक कर्पूरी ठाकुर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर की गई।
अजय राय ने किया संबोधित
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री अजय राय ने संगोष्ठी में उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि कर्पूरी ठाकुर जी का व्यक्तित्व इतना सादगीपूर्णं था कि बिहार की जनता उनसे बिना किसी संकोच के मिलकर अपनी बात, अपनी पीड़ा कह लेती थी। वह साधारण वेशभूषा में अनेक कार्यक्रमों में पहुचकर सदैव दलितों, पिछड़ों, वंचितों के अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए तत्पर रहते थे। अजय राय ने कहा कि वर्तमान सरकार समाज में भेदभाव और नफरत फैला रही है। वीर अब्दुल हमीद ने इस देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिये उनके नाम से गाजीपुर में एक विद्यालय खुला था जिसे वर्तमान सरकार ने बदल दिया था। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से प्रयास एवं विरोध से पुनः विद्यालय का नाम वीर अब्दुल हमीद किया गया।
कर्पूरी ठाकुर से की राहुल गांधी की तुलना
गोष्ठी के मुख्य वक्ता प्रोफेसर रविकांत ने कहा कि इस देश का दलित, पिछड़, अल्पसंख्यक किसी जननायक को सत्ता देना चाहता है जो गरीबों को छत और चैन की नींद दे सके। उन्होंने कहा कि इस समय सबसे बड़ा हमला मताधिकार पर हो रहा है, लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत मताधिकार है और वर्तमान सरकार इस अधिकार को छीन लेना चाहती है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और अम्बेड़कर जी दलितों के मुद्दों पर एक दूसरे के पूरक हैं। कर्पूरी ठाकुर, नेहरू और गांधी युग की उपज हैं। इसलिए ईमानदारी उनके स्वभाव में कूट-कूट कर भरी थी। जो जननायक की उपाधि जनता ने स्व0 कर्पूरी ठाकुर को दी थी वही उपाधि भारत की जनता आज राहुल गांधी को दे रही है।
इन नेताओं ने विचार किए व्यक्त
लखनऊ में प्रदेश कार्यालय पर आयोजित विचार गोष्ठी में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के चेयरमैन और पूर्व मंत्री सीपी राय, पूर्व मंत्री राज बहादुर, पूर्व विधायक सतीश अजमानी, इंदल रावत, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान प्रदेश उपाध्यक्ष विश्व विजय सिंह, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष दिनेश सिंह यादव, शैलेन्द्र ध्रुव ने भी स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर के व्यक्तित्व पर अपने विचार व्यक्त किये।