/young-bharat-news/media/media_files/2025/03/26/iKFDKrq0ZZguEWkXLBWr.jpg)
King George Medical University Lucknow Photograph: (Social Media)
/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/21/bareilly-ad-2025-07-21-19-51-55.jpg)
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में चिकित्सा सुविधाओं को और अधिक उन्नत बनाने के लिए आठ करोड़ रुपये की लागत से नई मशीनों की खरीद को मंजूरी मिल गई है। क्रय समिति की बैठक में इस प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई। बैठक में कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद, वित्त नियंत्रक विनय कुमार राय सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
नेत्र रोग विभाग को मिलेगी नई तकनीक
नेत्र रोग विभाग में अत्याधुनिक वाईएजी लेजर मशीन की खरीद की जाएगी। जिसकी अनुमानित लागत 35 लाख रुपये है। यह मशीन मोतियाबिंद सर्जरी के बाद लेंस कैप्सूल के धुंधलेपन का इलाज करने में मदद करेगी। इस तकनीक से आंखों की सर्जरी के बाद मरीजों को अधिक स्पष्ट दृष्टि मिल सकेगी और उन्हें अतिरिक्त जटिलताओं से बचाया जा सकेगा।
त्वचा रोग विभाग को मिलेगी आईपीएल मशीन
त्वचा रोग विभाग में 32 लाख रुपये की इंटेंस पल्स लाइट (आईपीएल) मशीन लगाई जाएगी। यह मशीन त्वचा संबंधी कई समस्याओं का इलाज करने में सक्षम है और प्रकाश तकनीक के माध्यम से त्वचा विकारों को ठीक करने में कारगर साबित होती है। डॉक्टरों के अनुसार यह मशीन झाइयां, झुर्रियां, मुंहासे, अनचाहे बाल और त्वचा की अन्य समस्याओं के उपचार में उपयोगी होगी।
अन्य विभागों को भी मिलेंगी आधुनिक मशीनें
इसके अलावा जनरल सर्जरी, पीडियाट्रिक सर्जरी, स्पोर्ट्स मेडिसिन, न्यूरोलॉजी और पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक विभागों में भी लगभग 50 लाख रुपये तक की विभिन्न मशीनें खरीदी जाएंगी। इनमें कई ऑर्थोस्कोप और सर्जरी से संबंधित अत्याधुनिक उपकरण शामिल होंगे, जो जटिल ऑपरेशनों को अधिक सुगम और सटीक बनाने में सहायक होंगे।
पिछले वर्षों में भी हुआ बड़ा बजट आवंटन
KGMU को पिछले दो वित्तीय वर्षों से चिकित्सा उपकरणों की खरीद के लिए हर साल लगभग 350 करोड़ रुपये का बजट प्राप्त हो रहा है। इस बजट से संस्थान में नई मशीनों और चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है, जिससे मरीजों को उन्नत इलाज मिल सके।
बढ़ेंगी स्वास्थ्य सेवाएं मरीजों को मिलेगा लाभ
विशेषज्ञों का कहना है कि इन नई मशीनों के आने से KGMU में इलाज की गुणवत्ता में और सुधार होगा। मरीजों को आधुनिक तकनीकों के माध्यम से बेहतर उपचार मिलेगा और कई जटिल बीमारियों का इलाज पहले की तुलना में अधिक प्रभावी और कम समय में संभव हो सकेगा। संस्थान प्रशासन का कहना है कि यह खरीद प्रक्रिया जल्द पूरी कर ली जाएगी, ताकि मरीजों को इसका लाभ जल्द से जल्द मिल सके।