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KGMU : जून में शुरू होगा UP का पहला सुपर स्पेशियलिटी आर्थोपेडिक्स सेंटर, मरीजों को नहीं भटकना पड़ेगा दिल्ली-मुंबई

केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. के.के. सिंह ने बताया कि सात मंजिला इस सेंटर में एमआरआई, सीटी स्कैन, डिजिटल एक्स-रे, खून की सभी जांचों के साथ-साथ अल्ट्रा मॉडर्न ऑपरेटिंग थिएटर की भी सुविधा उपलब्ध होगी।

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Deepak Yadav
किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय

जून में शुरू होगा प्रदेश का पहला सुपर स्पेशियलिटी आर्थोपेडिक्स सेंटर

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लखनऊ वाईबीएन संवाददाता। जून के पहले सप्ताह में प्रदेश को पहला सुपर स्पेशियलिटी ऑर्थोपेडिक्स सेंटर मिलने जा रहा है। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में बनने वाला यह अत्याधुनिक केंद्र 340 बेड की क्षमता से लैस होगा। जहां हर आयु वर्ग के हड्‌डी रोग का उच्चस्तरीय उपचार मिलेगा। इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। सुपर स्पेशियलिटी सेंटर में एक छत के नीचे आर्थोपेडिक सर्जरी, स्पोर्ट्स मेडिसिन और पीडियाट्रिक आर्थोपेडिक विभाग के संचालन के साथ रेडियोलाजी और पैथोलाजी की सभी जांचों की सुविधा भी मिलेगी।

हड्डी रोगों के इलाज में बड़ी भूमिका निभाएगा सेंटर

केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. के.के. सिंह ने बताया कि लिंब सेंटर से सुपर स्पेशियलिटी सेंटर में बेड सहित अन्य जरूरी उपकरण भेजे जा रहे हैं। यह नया भवन पहले के संक्रामक रोग अस्पताल की जगह पर बनाया गया है। सात मंजिला इस सेंटर में एमआरआई, सीटी स्कैन, डिजिटल एक्स-रे, खून की सभी जांचों के साथ-साथ अल्ट्रा मॉडर्न ऑपरेटिंग थिएटर की भी सुविधा उपलब्ध होगी। इसके अलावा हास्पिटल रिवॉल्विंग फंड की सस्ती दर की दुकान, डॉक्टरों के कमरे, बेसमेंट में पार्किंग और कैंटीन होगी। डॉ. सिंह ने बताया कि केजीएमयू प्री-हास्पिटल पीडियाट्रिक और एडल्ट ट्रामा केयर सर्विस भी विकसित करेगा। यहां डॉक्टरों, पुलिसकर्मियों और एंबुलेंस स्टाफ को प्रशिक्षण दिया जाएगा। ताकि घायलों को समय पर असप्ताल पहुंचाया जा सके। नए भवन में 24 घंटे सभी जांचें होंगी। यह सेंटर हड्डी रोगों के इलाज में एक नई क्रांति लेकर आएगा।

एक ही छत के नीचे इलाज, सर्जरी और जांच की सुविधा

केजीएमयू के ऑर्थोपेडिक्स सुपर स्पेशियलिटी सेंटर के चिकित्सा अधीक्षक और एचआरएफ चेयरमैन डॉ. कुमार शांतनु ने बताया कि कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद के मार्गदर्शन में यह सेंटर पूरी तरह तैयार हो चुका है। उन्होंने बताया कि अब प्रदेश के मरीजों को हड्डी संबंधी गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए दिल्ली या मुंबई का रुख नहीं करना पड़ेगा। सेंटर की खासियत यह है कि यहां इलाज, सर्जरी और सभी आवश्यक जांचें एक ही छत के नीचे उपलब्ध होंगी। जिससे मरीजों का समय बचेगा। पुराने भवन में ऑपरेशन थिएटर (ओटी) का संचालन होगा। नए भवन में ऑर्थोपेडिक ट्यूमर यूनिट और हैंड सर्जरी यूनिट भी चलेगी।

नए सेंटर में मिलेंगी ये सुविधाएं

  • कुल बेड 340
  • आर्थोपेडिक्स सर्जरी 220
  • स्पोर्ट्स मेडिसिन 60
  • पीडियाट्रिक आर्थो 60
  • प्राइवेट कमरे 24 
  • एचडीयू 24
  • बड़ी ओटी आठ
  • छोटी ओटी दो
  • ओपीडी कमरे आठ

डायग्नोसिस सुविधाएं

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  • डिजिटल एक्सरे
  • अल्ट्रासाउंड
  • सभी खून की जांचें
  • गरीबों के लिए अलग से दवा काउंटर
  • 128 स्लाइस सीटी स्कैन
  • 24 घंटे सस्ती दर पर दवाओं और सर्जिकल उपकरण की उपलब्धता

किस तल पर क्या होगा

  • पहला तल : पीडियाट्रिक आर्थो
  • दूसरा-तीसरा तल : आर्थोपेडिक्स सर्जरी विभाग
  • चौथा तल : स्पोर्ट्स मेडिसिन विभाग
  • पांचवा तल : ओटी कांप्लेक्स
  • छठा तल  : प्रशासनिक भवन
  • भूतल : ओपीडी सेवाएं
  • पहला बेसमेंट :  डायग्नोसिस सेवाएं
  • दूसरा बेसमेंट : पार्किंग
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