लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। तीन माह के लंबे इंतजार के बाद ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय को नियमित कुलपति मिल गया है। डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा में प्रतिकुलपति पद पर कार्यरत प्रो. अजय तनेजा को विश्वविद्यालय का नया कुलपति नियुक्त किया गया है। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने गुरुवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिया।
एनबी सिंह के तबादले के बाद से खाली था पद
प्रो. तनेजा को पदभार ग्रहण करने की तिथि से आगामी तीन वर्षों के लिए कुलपति की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पूर्व कुलपति प्रो. एनबी सिंह को 10 जनवरी को राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय अलीगढ़ का कुलपति बनाया गया था। उनके स्थानांतरण के बाद से भाषा विश्वविद्यालय का शीर्ष पद रिक्त था। तब से कार्य संचालन की जिम्मेदारी एकेटीयू के कुलपति प्रो. जे.पी. पांडेय को प्रभारी कुलपति के रूप में दी गई थी। फिलहाल वही कार्य देख रहे थे।
पूर्व कुलपति के कार्यकाल में नियुक्तियों पर उठे सवाल
पूर्व में कुलपति रहीं प्रो. माहरूख मिर्जा के कार्यकाल में हुई कई नियुक्तियों पर अनियमितता के आरोप लगे थे। इन मामलों की समीक्षा करते हुए प्रो. एनबी सिंह ने कई शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी थीं। इनमें प्रो. मिर्जा भी शामिल थीं। इस कार्रवाई को चुनौती देते हुए संबंधित पक्षों ने उच्च न्यायालय की शरण ली है। वहीं दो अन्य मामलों में राजभवन ने कार्यपरिषद की कार्रवाई को प्रक्रिया में त्रुटिपूर्ण बताया है।
दाखिले की प्रक्रिया जल्द होगी शुरू
इस बीच राज्य के अन्य विश्वविद्यालयों में जहां स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, वहीं भाषा विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया ठप पड़ी थी। अब नए कुलपति की नियुक्ति के बाद उम्मीद की जा रही है कि दाखिले की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी।