लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
लखनऊ की दक्षिणी जोन के थाना कृष्णानगर पुलिस टीम ने कार्यवाही करते हुए शनिवार को 2 शातिर वाहन चोरों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से चोरी की 2 मोटर साइकिल व अन्य सामान भी बरामद किया है।
अभियुक्त संदीप और सोनू वर्मा गिरफ्तार
लखनऊ पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि थाना कृष्णानगर पुलिस टीम द्वारा अपराधियों की गिरफ्तारी और अपराध नियंत्रण के लिए चेकिंग के दौरान आज लोकबंधु अस्पताल के पास से बिना नम्बर प्लेट स्कूटी (जूपिटर) जिसका नंबर यूपी 32 ईएल 8212 सवार दो संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ कर पुछताछ की गई। दोनों ने अपना नाम संदीप और सोनू वर्मा बताया। अभियुक्त संदीप कुमार उर सोनू वर्मा जूपिटर स्कूटी से सम्बन्धित कागजात मांग गया तो दिखाने से बच रहे थे। सख्ती से पुछताछ करने पर अभियुक्तों संदीप कुमार व सोनू वर्मा द्वारा बताया गया कि हमारे द्वारा कई बार चोरी की घटनाएं की गयी हैं। दैनिक खर्च के लिए मोटरसाइकिल और देर रात्रि बन्द घरों में चोरी करते हैं। इसी के साथ चोरी का सामान व मोटरसाईकिलों को औने-पौने दामों में बेचकर मिले पैसों से अपने परिवार का खर्च चलाते हैं।
पारा से चुराई स्कूटी से कर रहे थे सफर
संदीप कुमार पुत्र सजीवन लाल लखनऊ के बलदेव विहार तेलीबाग थाना पीजीआई का निवासी है जिसकी उम्र लगभग 30 वर्ष है। वहीं सोनू वर्मा पुत्र रुपचन्द वर्मा लखनऊ के मेला मैदान, मड़ियाव थाना क्षेत्र का रहने वाला है जिसकी उम्र लगभग 42 वर्ष है। अभियुक्तों ने बताया कि जूपिटर स्कूटी को लगभग 10-12 दिन पहले शिव मन्दिर के पास विकास नगर लखनऊ से चोरी की थी। जिसकी नम्बर प्लेट पकड़े जाने के डर से बदल कर दूसरी लगा रखी है। एक दूसरी होण्डा लीवो मोटरसाइकिल जिसे हम दोनो ने 5-6 दिन पहले मिलकर डिप्टीखेड़ा पारा लखनऊ से चोरी की थी जिसके सम्बन्ध में थाना पारा में मुकदमा भी पंजीकृत है।
मोटरसाइकल भी पुलिस ने की बरामद
अभियुक्त की निशादेही पर होण्डा लीवो मोटरसाइकल को एलडीए कालोनी सेक्टर बी के पार्क के बाउण्ड्री के पास से बरामद किया गया। पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि यह सभी अभ्यस्त चोरों का गिरोह है, जो देर रात्रि बन्द घरों व एकान्त में खडे वाहनों को निशाना बनाकर चोरी को अंजाम देतें हैं। इसके बाद चोरी के वाहनों को बेंचकर प्राप्त रुपयों को आपस में बाँट लेते हैं। पुलिस ने कहा कि इनके द्वारा चोरी के वाहनों का अन्य चोरी की घटनाओं में भी प्रयोग किया जाता है। चोरी की घटनाएं कर वाहन को छोडकर भाग जाते हैं, जिस कारण से इन्हें ट्रेस कर पाना भी मुश्किल होता है